शहरी क्षेत्र में बढ़ रहा कोरोना, भाजपा जिला अध्यक्ष ने सीएम से मांगी सीटी स्कैन मशीन
सतना | सतना में कोरोना संक्रमण का प्रभाव शहरी क्षेत्रों में ज्यादा है। कोरोना प्रोटोकॉल और गाइडलाइन का जिले में कड़ाई से पालन किया जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों से टाईअप कर कोरोना मरीजों के लिए पर्याप्त संख्या में बेडों की उपलब्धता कर ली गई है। यह जानकारी जिला संकट प्रबंधन समूह के सदस्य व भाजपा जिला अध्यक्ष नरेंद्र त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को दी। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को कोरोना संक्रमण की दृष्टि से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में से एक सतना के संकट प्रबंधन समूह से चर्चा कर रहे थे।
सीएम ने जिले की कोरोना नियंत्रण की स्थिति, उपचार सेवाओं, व्यवस्थाओं की जानकारी लेकर सुझाव भी प्राप्त किए। इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष नरेन्द्र त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री से जिला अस्पताल में एक और सीटी स्कैन मशीन उपलब्ध कराए जाने की मांग की। सतना कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में कलेक्टर अजय कटेसरिया, निगमायुक्त तन्वी हुड्डा, सीईओ जिला पंचायत हरेन्द्र नारायण, जिला संकट प्रबंधन समूह के सदस्य नरेंद्र त्रिपाठी, मकसूद अहमद, अशोक दौलतानी व अन्य लोग उपस्थित रहे।
ये निर्देश भी दिए गए
- 50 प्रतिशत मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा जाएगा
- प्राइवेट नर्सिंग होम एवं निजी अस्पतालों के बेडों का आवश्यकता पड़ने पर अधिग्रहण किया जाए
- ताकि गरीब और जरूरतमंद को नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिल सके
- शासकीय बड़े भवनों में भी उपचार बिस्तरों की व्यवस्था की जाए
- 11 से 14 अप्रैल तक कोविड वैक्सीनेशन के अभियान के रूप में टीकाकरण उत्सव मनाया जाएगा
- सभी 45 वर्ष से अधिक आयु के पात्र व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन जरूर लगे
- कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाने, सामाजिक दूरी और हाथों को सैनिटाइज करने के कार्य में लापरवाही नहीं बरतें
- जन-जागरण और टीकाकरण के अभियान में सभी अपनी सहभागिता देकर सहयोग करें
प्रशासन ने दी आॅक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी
संवाद के दौरान जिले में आॅक्सीजन की उपलब्धता और अन्य तैयारियों की भी जानकारी सीएम को दी गई जिस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में चिकित्सा के लिए आॅक्सीजन की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। भारत सरकार से निरंतर संपर्क रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी वस्तु की डिमांड और खपत बढ़ने पर कालाबाजारी बढ़ती है। जिला प्रशासन किसी वस्तु, विशेष दवा तथा आॅक्सीजन के दुरुपयोग अथवा कालाबाजारी को सख्ती से रोंके और कृत्रिम अभाव नहीं होने दें।