स्टेशन में तीन एटीवीएम मशीन 17 फेसीलेटर महीने में एक फेसीलेटर को 12 दिन

सतना। रेलवे ने टिकट काउंटरों में लग रही लंबी कतार व यात्रियों की सुविधा के लिए एटीवीएम मशीन लगाई हैं। स्मार्ट कार्ड जारी होंगे और यात्री अपनी जनरल व प्लेटफार्म टिकट 24 घण्टे में किसी वक्त निकाल सकें। यात्रियों की सहायता के लिए फेसीलेटर नियुक्त किए गए थे, लेकिन स्मार्ट कार्ड की रिपोर्ट तो जीरो है, लेकिन फेसीलेटरों की नियुक्ति में बाढ़ सी आ गई है।

सतना स्टेशन में 3 एटीवीएम मशीने हैं और 17 फेसीलेटर अभी तक नियुक्त कर दिए गए हैं। बताया गया कि एक फेसीलेटर महीने में 12 दिन काम कर पाता है। वहीं रात में एक फेसीलेटर के भरोसे तीनों मशीनों रहती हैं। 

कमीशन, फिर भी ओवर चार्ज

फेसीलेटरों को एटीवीएम मशीन से टिकट निकालकर यात्रियों को देने में रेलवे 3 प्रतिशत का कमीशन देती हैं। लेकिन इसके बाद भी फेसलेटर ओवर चार्ज करने से बाज नहीं आते। ट्रेन छूटने के डर से कई बार यात्री इसकी शिकायत नहीं कर पाते। कई फेसीलेटर न तो अपना आई-कार्ड लगाते हैं, यहां तक कि कुछ ने ठेके पर मशीन दे रखी हैं। बताया जाता है कि फेसीलेटरों को टिकट के अंकित मूल्य पर ही पैसे लेने हैं।

बंद हो गए स्मार्ट कार्ड

यात्री स्मार्ट कार्ड जारी कराकर अपनी यात्रा की जनरल टिकट व प्लेटफार्म टिकट खुद निकाल सकते हैं, जिसमें रेलवे 3 प्रतिशत बोनस भी देती हैं। स्मार्ट कार्ड का उपयोेग किया जा सकता है। शुरुआती दौर में स्मार्ट कार्ड तो बिके, लेकिन फिर दोबारा यात्रियों ने उन्हें रिचार्ज नहीं कराया, जिससे स्मार्ट कार्ड बंद हो गए। बताया जाता है कि अब कोई यात्री स्मार्ट कार्ड जारी नहीं करवाते।

मोबाइल एप में 5 प्रतिशत बोनस जनरल की उपलब्धता के लिए रेलवे ने यूटीएस मोबाइल एप भी तैयार किया है। जिसमें रेलवे 5 प्रतिशत बोनस देती है। स्टेशनों में स्मार्ट कार्ड व मोबाइल यूटीएस एप का प्रचार-प्रसार नहीं किया जाता, जिससे यात्री जागरूक नहीं हो पाते और इस तरह की सुविधा होने के बाद भी यात्रियों को काउंटरों में लंबी कतार लगानी पड़ती हैं।