MP के सभी शहर अब हर रविवार रहेंगे बंद, छिंदवाड़ा में आज से 7 दिन तक टोटल लॉकडाउन

भोपाल | शिवराज सरकार ने बड़ा फैसला करते हुए मध्यप्रदेश के सभी शहरों में संडे लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। सभी सरकारी दफ्तर अगले तीन महीने तक सप्ताह में केवल पांच दिन ही खुलेंगे। इनकी टाइमिंग सुबह 10 से शाम 6 बजे तक रहेगी। शनिवार और रविवार दफ्तर पूरी तरह बंद रहेंगे। प्रदेश के सभी नगरीय क्षेत्रों में 8 अप्रैल से अगले आदेश तक रोजाना रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लागू रहेगा।

छिंदवाड़ा जिले में 8 अप्रैल की रात 8 बजे से अगले 7 दिन तक टोटल लॉकडाउन रहेगा। यह फैसला बुधवार शाम को सीएम शिवराजसिंह चौहान ने आपात बैठक में चर्चा के बाद लिया। इसमें स्वास्थ्य अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान और प्रमुख सचिव गृह राजेश राजौरा भी मौजूद थे। प्रदेश में बुधवार को कोरोना ने दो जजों की जान ली। जबलपुर हाईकोर्ट के एक रिटायर्ड जस्टिस की बुधवार दोपहर को कोरोना से मौत हो गई। वे हिमाचल जस्टिस भी रह चुके हैं। इधर, सतना में कोरोना से 52 साल के अपर सत्र न्यायाधीश की मौत हो गई। उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। बुधवार को तबीयत खराब होने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। पत्नी बीमार है।

इंदौर में रेमडेसिविर के लिए हाहाकार
रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए इंदौर में हाहाकार मच गया है। अक्टूबर से फरवरी तक में केस घटने पर कंपनियों ने प्रोडक्शन घटाया था। कोरोना फिर घातक हो गया है, ऐसे में अब कंपनियां 24 घंटे प्रोडक्शन के बावजूद डिमांड पूरी नहीं कर पा रही हैं। 25 मार्च के बाद तेजी से डिमांड बढ़ी है। सबसे ज्यादा जरूरत पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में डिमांड ज्यादा है। 3 अप्रैल से प्रोडक्शन तेज कर दिया गया है। कंपनियों के अनुसार 10 अप्रैल तक सप्लाई नॉर्मल हो सकती है। 

24 घंटे में 4043 नए केस
मध्य प्रदेश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 4,043 पॉजिटिव केस मिले हैं। हालातों के बिगड़ने का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पॉजिटिविटी रेट 12% पहुंच गई है। मौतों का आंकड़ा 4086 हो गया है। इसमें 6 अप्रैल की 13 मौतें भी शामिल हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के बाद अब बड़वानी, उज्जैन और उमरिया में 100 से अधिक केस मिले हैं। सरकार की सबसे बड़ी चिंता एक्टिव केस का ग्राफ बढ़ना है। प्रदेश में एक्टिव केस 12 दिन में दो गुना हो गए हैं। 26 मार्च को प्रदेश में 12,995 एक्टिव केस थे, जो 6 अप्रैल को बढ़कर यह संख्या 26,059 हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक्टिव केस बढ़ने के कारण अस्पतालों में बेड की संख्या 24 से बढ़ाकर 36 हजार की जा रही है। 

सामाजिक, धार्मिक संगठनों से की सहयोग करने की अपील

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के संबंध में जन-जागृति के लिए आरंभ किए गए 'स्वास्थ्य आग्रह' अभियान को मिले जन-समर्थन से मैं अभिभूत हूँ। यह युद्ध समाज के सहयोग के बिना नहीं लड़ा जा सकता। राज्य शासन हरसंभव व्यवस्थाएँ कर रहा है, पर समाज का सहयोग आवश्यक है। स्वास्थ्य आग्रह अभियान में सभी राजनैतिक, सामाजिक, धार्मिक संगठनों, रहवासी संघों, व्यापार संघों, कर्मचारी संगठनों आदि का सहयोग और समर्थन मिला।

कोरोना के विरूद्ध अभियान में जनता को सहभागी बनाने के लिए आरंभ की गई कोरोना वॉलेंटियर योजना में अब तक 34 हजार से अधिक लोगों ने अपना पंजीयन कराया है। प्रदेश की जनता के इस सहयोग से यह स्पष्ट है कि सरकार और समाज साथ-साथ हैं। कोरोना हारेगा और मानवता जीतेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए लॉकडाउन अंतिम उपाय है। देश-दुनिया सहित मध्यप्रदेश में भी कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। राज्य सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है, नियंत्रण के हरसंभव प्रयास जारी है। 

जनता की सुविधा के लिए सरकार ने निजी अस्पतालों या जाँच केन्द्रों पर विभिन्न प्रकार की जाँचों की अधिकतम दरें तय की गई हैं। आरटीपीसीआर के 700 रुपये, रेपिड एन्टीजन टेस्ट के 300 रुपये, सीटी स्केन के 3 हजार रुपये, ए.बी.जी. टेस्ट के 600 रुपये, डी- डाईमर टेस्ट के 500 रुपये, प्रो-कैल्सीटोनिन टेस्ट के एक हजार रुपये, सीआरपी टेस्ट के 200 रुपये, सीरम फैरिटिन टेस्ट के 180 रुपये और आई.एल.- 6 टेस्ट के एक हजार रुपये निर्धारित किए गए हैं। घर से सेंपल लेना हो तो उसके लिए सभी श्रेणियों में 200 रुपये अतिरिक्त शुल्क लिया जा सकेगा।