जनजातीय विभाग के छात्रावासों में होंगे स्थायी अधीक्षक
मंत्री डॉ. शाह ने समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जन-मन) की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पीएम जन-मन में मध्यप्रदेश में देश के दूसरे प्रदेशों की तुलना में उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। उन्होंने “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान“के क्रियान्वयन की तैयारी पर भी चर्चा की। इस अभियान में प्रदेश के सभी जिलों में निवासरत जनजातीय समुदायों के 18 लाख 58 हजार परिवारों की 93 लाख 23 हजार से अधिक आबादी को लाभान्वित किया जाएगा। मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विभागीय योजनाओं और हितग्राहीमूलक गतिविधियों का क्रियान्वयन समयबद्ध और प्रभावी तरीके से सुनिश्चित किया जाएं। उन्होंने कहा कि जनजातीय समुदाय की समृद्ध संस्कृति को संरक्षित करने के लिए सरकार हर स्तर पर जरूरी कदम उठायेगी।
स्थापित किए जाएंगे जनजातीय संस्कृति संरक्षण केन्द्र
मंत्री ने कहा कि जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए जाने चाहिए। प्रदेश के प्रत्येक जनजातीय विकासखंड में “जनजातीय संस्कृति संरक्षण केंद्र“ स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जनजातीय संस्कृति संरक्षण केंद्र में प्रदेश के सभी जनजातियों की देशज संस्कृति, पारम्परिक रहन-सहन, भाषा-बोली,खान-पान, आचार-विचार, पहनावा,लोकगीत और लोकनृत्य की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।