सतना-पन्ना रेल लाइन परियोजना: फिर पकड़ेगी रफ्तार, रेलवे के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी ने किया निरीक्षण

सतना | लॉकडाउन के बाद से ठंडी पड़ी बघेलखंड  और बुंदेलखंड के विकास की महत्वाकांक्षी नई रेल लाइन परियोजना एक बार फिर रफ्तार पकड़ने वाली है। केन्द्र सरकार ने सतना-पन्ना रेल लाइन के कार्य के लिए लगभग 206 करोड़ का अतिरिक्त  फंड जारी किया है। इस प्रोजेक्ट की वस्तुस्थिति परखने शनिवार को  पश्चिम मध्य रेलवे जोन के  मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) राजेश अर्गल ने सतना-पन्ना रेल लाइन के कार्यो का निरीक्षण किया।

परियोजना के अधूरे पड़े कार्यो की जानकारी ली और स्थनीय अधिकारियों के साथ बैठक की। इस अवसर पर डिप्टी चीफ सीई आरके पांडेय, कार्यकारी अभियंता निर्माण संजय पाठक सहित अन्य वरिष्ट अधिकारी मौजूद रहे।  रेलवे अधिकारियों के अनुसार सतना-पन्ना रेल लाइन के कई टेडंर फंड न होने की वजह से शार्ट क्लोज हो गए थे। लगभग दर्जन पर टेंडर शार्ट क्लोज हुए हैं और लगभग 2 से 4 निर्माण एजेंसियां ही कार्य कर रहीं हैं।  अब रेलवे फंड मिलने के बाद फिर री-टेडंर की तैयारी में है। 

430 करोड़ का अतरिक्त फंड 
बताया जाता है कि सरकार ने ललितपुर-सतना-रीवा-सिंगरौली-महोबा-खुजराहो (541 किमी) नई बड़ी रेल लाईन परियोजना के लिए अपना खजाना खोला है।  इस परियोजना के लिए लगभग 430 करोड़ का अतिरिक्त फंड जारी किया गया है जिसमें सतना-पन्ना रेल लाइन के हिस्से में 206 करोड़ रुपए आए हैं। बताया गया कि ये पैसे निर्माण कार्य, भूमि अधिग्रहण के कार्य पर खर्च किए जाएंगे। माना जा रहा है कि अब परियोजना तेजी से राफ्तार पकडेगी।

सांसदों ने भी उठाई थी मांग 
मार्च माह से नई रेल लाइन के कार्यो में ब्रेक लग गया था। अर्थ-वर्क, ब्रिज एवं स्टेशन बिल्डिंग जैसे कार्य रूक गए थे।  कोरोना काल में रेलवे बोर्ड ने फंड के अभाव में परियोजना के काम के भुगतान पर असमर्थता जताते हुए ठेकेदारों से काम बंद करने को कहा है। सतना से पन्ना के बीच काम कर रहे ठेकेदारों को काम बंद करने का पत्र भी जारी कर दिया था। इसके बाद निर्माण एजेंसियों व ठेकेदारों  ने निराश होकर लगभग  करोड़ों के टेंडर शार्ट क्लोज कर दिए थे। वहीं परियोजना के रूकते अपने-अपने क्षेत्र के सांसदों ने बोर्ड व वित्त मंत्री से फंड की मांग की थी और उनकी मेहनत रंग लाई।