पार्टी की इज्जत करें और सही मुद्दों के लिए ही लड़ें

शहडोल। कांग्रेस कार्यकताओं व आमजनों के बीच पार्टी द्वारा आयोजित संवाद कार्यक्रम के दौरान पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने पार्टी के पदाधिकारियों को जमीन पर काम करने और सही मुद्दों के लिए लड़ने की नसीहत दी। कैबिनेट मंत्री ने कहा, पार्टी की इज्जत करना सीखें। उसे जमीन से जोड़ने के लिए गांव-गांव जायेंं। लोगों से मिलें।

उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए प्रयास करें। यह कहना गलत है कि अधिकारी नहीं सुनते। समस्याएं व्यक्तिगत भी हैं, तो सुनी और सुलझाई जायेंगी। अपने विभाग सहित सारे प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया हैं कि कार्यकताओं का सम्मान होना चाहिए। उनकी हर समस्याओं का निदान होना चाहिए। लेकिन वो समस्याएं समाधान कारक होनी चाहिए। 

महसूस की अव्यवस्था 

मंत्री पटेल यह कहने से बिलकुल नहीं हिचकिचाए की सरकार भले ही कांग्रेस की है, लेकिन अभी भी कमियां बहुत हैं। कहा कि कमी हम भी महसूस कर रहे हैं। पर, व्यवस्था में सुधार आयेगा। 15 सालों तक जो व्यवस्था पटरी से उतर चुकी थी, उसे सुधरने में समय तो लगता है। आप सही काम बताएं, सब सुनेंगे और सब करेंगे। अपने स्व. पिता व पूर्व मंत्री इन्द्रजीत पटेल का जिक्र करते हुए कहा कि, पिताजी के साथ काम करने वाले कई वरिष्ठ कांग्रेसी मंच पर बैठे हैं। पिताजी अक्सर शहडोल की चर्चा और यहां की व्यवस्थाओं को लेकर चिंता व्यक्त करते थे। उन्होंने कई बार कांग्रेस पदाधिकारियों को  नसीहत दी की स्वार्थ छोड़ें और त्यागी बने।

चिंता न करें बहनें जांच करवाऊंगा 

जिले के कई ग्रामों से आई महिलाओं ने माइक्रो फाइयनेंस कंपनी के फर्जी कारोबार की शिकायत की कि उन्हें पैसा मिला भी नहीं है और वह कर्जदार होकर कुर्की के लिए परेशान हैं। दलालों द्वारा  प्रताड़ित किया जा रहा है। हालाकि इस मामले में पहले ही पुलिस ने कार्यवाही कर कुछ माइक्रो फायनेंस कंपनी के दलालों एवं पैसा गबन करने वालों को धर दबोचा है, लेकिन उसके बाद भी मंत्री ने आश्वासन दिया कि कलेक्टर से जांच कराकर कार्यवाही करवाई जायेगी।

जमीन पर बैठकर मांगी माफी 

मंत्री पटेल को दोपहर 2 बजे पत्रकारों से मुलाकात करनी थी।  लेकिन 3:30 बजे तक नहीं पहुंचे। पर कलेक्टर के आग्रह पर पत्रकार रूक गये। लेकिन जनसंपर्क अधिकारी के  जवाब  पत्रकार चले आये।  बाद में आए मंत्री जमीन पर बैठ गये। देरी के लिए माफी मांगी। देर होने के कारणों से अवगत कराया।  मंत्री कुर्सी और बैठने की जगह न होने के कारण जमीन पर ही बैठे रहे। 

कचरा तो उठाना ही पड़ेगा

15 साल में भाजपा की सरकार ने प्रदेश में हर ग्राम पंचायतों में कचरा भर दिया है।  उस कचरे को समाप्त करने के लिए नये सिरे से काम शुरू किया गया है। धीरे-धीरे कचरा समाप्त हो जायेगा।  प्रदेश में एक स्वस्थ्य सरकार जिसके एक वर्ष पूर्ण हो चुके हैं, वो चार साल पूरे कर दोबारा भी सरकार बनायेगी।