सतना एसपी समेत प्रदेश के दो आईपीएस अधिकारियों को राष्ट्रपति वीरता अवार्ड
सतना | मप्र के दो आईपीएस अफसर राष्ट्रपति के वीरता पदक के लिए चुने गए हैं। चुने गए अफसरों में सतना के पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह यादव भी हैं। इसके अलावा डीआईजी अरविंद सक्सेना को वीरता सम्मान के लिए चुना गया है। 6 साल बाद मप्र के किसी पुलिस अफसर को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार के लिए चुना गया है। गृह मंत्रालय की पुलिस अवार्ड की सूची में सतना पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह समेत प्रदेश के 16 पुलिस अफसरों के नाम हैं। इस साल यह पहला मौका है जब प्रदेश के दो आईपीएस अधिकारियों को वीरता पदक दिया जा रहा है।
विशिष्ट सेवा पदक
विशिष्ट सेवा पदक के लिए एडीजी आजाक प्रज्ञा रिचा श्रीवास्तव, डीएसपी इंदौर संतोष उपाध्याय, इंस्पेक्टर पीएचक्यू नरेन्द्र कुमार गंडराडे और अजय तिरकी को चुना गया है।
एसपी लोकायुक्त रीवा को सराहनीय सेवा पदक
सराहनीय सेवा पदक के लिए राजेन्द्र कुमार वर्मा एसपी लोकायुक्त रीवा, मोनिका शुक्ला एसपी रायसेन, मनोज कुमार सिंह एसपी भिंड, सव्यसांची श्राफ एसपी लोकायुक्त इंदौर, जगदीश पवार एएसपी देवास, अमित सक्सेना एसपी स्पेशल ब्रांच भोपाल, जितेन्द्र सिंह एसपी साइबर सेल इंदौर, लक्ष्मी कुशवाहा डीएसपी टेनिंग पीएचक्यू, सुरेन्द्र पाल सिंह राठौर डीएसपी ट्रेनी उज्जैन व अलका शुक्ला डीएसपी पीएचक्यू चुने गए हैं।
लगा दी थी जान की बाजी
राष्ट्रपति वीरता पदक के लिए सम्मानित किए जाने के लिए चुने गए सतना एसपी धर्मवीर सिंह ने अमन के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी थी। वाकया 30 मई 2017 का था जब भोपाल के हमीदिया में साम्प्रदायिक विवाद के बाद पैदा हुए तनावपूर्ण हालात को संयम से कंट्रोल करने में तत्कालीन एसपी भोपाल नार्थ अरविंद सक्सेना के साथ अहम भूमिका निभाई थी। उस वक्त श्री यादव एएसपी नार्थ थे। इन दोनों अफसर ने पीरगेट चौराहे पर हो रहे पथराव को कंट्रोल करने में अपनी जान की बाजी लगा दी थी।
गौरतलब है कि सतना एसपी धर्मवीर सिंह को 6 साल पहले भी वर्ष 2013 में इंडियन मुजाहिद्दीन और सिमी के आतंकवादियों को गिरफ्तार कर देश में सिमी के माड्यूल को समाप्त करने के कार्य में अहम भूमिका के लिए राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार दिया जा चुका है। इसके अलावा वर्ष 2015 में राष्ट्रपति का सराहनीय सेवा पदक भी एसपी धर्मवीर सिंह हासिल कर चुके हैं।