अब तक डेढ़ हजार क्विंटल से ज्यादा पकड़ी गई धान

रीवा | समर्थन मूल्य पर की जा रही धान की खरीदी में उत्तरप्रदेश की धान को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा भले ही सख्त पहरेदारी की गई हो परंतु उसकी आवक रोकने में विभागीय अधिकारी नाकाम रहे हैं। खरीदी शुरू होने से अब तक डेढ़ हजार क्विंटल से ज्यादा की धान पुलिस एवं खाद्य विभाग के अधिकारियों द्वारा पकड़ी जा चुकी है। यह अलग बात है कि कई मामलों में अब तक एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई है।

जिले के 124 उपार्जन केन्द्रों में खरीदी जाने वाली धान में बिचौलिए सक्रिय दिखे हैं। यह सब जिम्मेदार अधिकारियों की साठगांठ से हुआ है। हालांकि कई बिचौलियों की धान विभिन्न खरीदी केन्द्रों में आने से पहले ही पकड़ी जा चुकी है। जबकि ऐसे कई व्यापारी अवैध रूप से लाई गई धान को बिक्री करने में सफल भी रहे हैं।  विभागीय अधिकारियों की मानें तो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में तकरीबन डेढ़ हजार क्विंटल से ज्यादा की धान पकड़ी जाकर कार्रवाई में लिया गया है। यहां यह बता दें कि सर्वाधिक पकड़ी गई धान तराई क्षेत्र के विभिन्न एमपी-यूपी बार्डरों की है जहां पर उत्तरप्रदेश से मध्यप्रदेश के तराई क्षेत्रों में बनाए गए खरीदी केन्द्रों में धान बिक्री के लिए आ रही थी। 

चौंकाने वाली बात यह है कि धान खरीदी शुरू होने के पहले ही तराई क्षेत्र के सोनौरी के पास एक हजार बोरी से ज्यादा की धान पकड़ी गई थी, जिसके बाद अधिकारियों में हड़कम्प मचा हुआ था। इस मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई है यह बता पाने में अधिकारी आनाकानी कर रहे हैं।

शनिवार एवं रविवार की दरमियानी रात जनेह थाना क्षेत्र में चार ट्रैक्टर ट्राली में लदी तकरीबन 5सौ बोरी अवैध धान को जनेह पुलिस ने पकड़कर थाने में खड़ा किया था। उक्त जानकारी एसडीएम त्योंथर को देने के बाद जब यह मामला खाद्य नियंत्रक के पास पहुंचा तब उस पर कार्रवाई शुरू की गई। हालांकि अभी तक पकड़ी गई धान के मामले में किसी भी तरह की एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। सूत्रों की मानें तो मामले को सुलझाने में व्यापारी, अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं।

बताया गया है कि जनेह थाने में चार ट्रैक्टर ट्राली में लदी अवैध रूप से बिक्री के लिए लाई जाने वाली धान उत्तरप्रदेश के सिंहपुर की बताई गई है जो खबरा खरीदी केन्द्र में बेची जानी थी। पुलिस द्वारा की गई ट्रैक्टर ड्राइवरों से पूछताछ के बाद यह सामने आया है कि तीन ट्रैक्टर ट्राली सज्जन सिंह कोल्हुआरी तथा एक ट्रैक्टर ट्राली राजेश सिंह जनेह की धान थी। जो उत्तरप्रदेश से लाई जा रही थी। तीन दिन से पकड़ी गई पांच सौ बोरी धान की अवैध खेप को जनेह थाने में खड़ा किया गया है। अब तक उस पर ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है। ऐसे में माना यह जा रहा है कि उक्त पूरे मामले पर लीपापोती भी की जा सकती है।

मिशन माफिया अभियान की अधिकारी निकाल रहे हवा
प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही मिशन माफिया अभियान की अधिकारी हवा निकालने में लगे हुए हैं। धान खरीदी में बिचौलियों की बढ़ती संख्या भी जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से हुआ है। खरीदी के शुरुआती दौर से लेकर अब तक पकड़ी गई धान की अवैध खेप में नाममात्र की कार्रवाई की गई है। जबकि बिक्री के लिए दूसरे प्रदेश से लाई जाने वाली धान में उपयोग किए जाने वाले वाहनों को राजसात किए जाने के निर्देश प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं। ऐसा अभी तक एक भी मामला सामने नहीं आया है जिसमें उन वाहनों को राजसात किया गया हो जिनमें धान की खेप लाई जा रही थी। न ही ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिनके द्वारा अवैध धान बिक्री का प्रयास किया गया है।