थम नहीं रहा कांग्रेस में पटवारी का विरोध

थम नहीं रहा कांग्रेस में पटवारी का विरोध
पूर्व प्रवक्ता ने की खड़के, सोनिया गांधी को शिकायत
भोपाल। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को लेकर विरोध स्वरूप लगातार मुखरित हो रहे हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह के बाद अब पूर्व प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री ने पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोला है। उन्होंने इसे लेकर पार्टी के राश्टीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़े और सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पटवारी को पद से हटाने की मांग की है।
मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट पर जीत हासिल नहीं हुई। इसके बाद से पटवारी कांग्रेस नेताओं के निशाने पर आ गए हैं। पटवारी को लेकर लगातार पार्टी में विरोध के स्वर उठ रहे हैं। पहले पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह और पूर्व विधायक लक्ष्मण सिंह ने सवाल उठाए थे। अजय सिंह ने तो साफतौर पर कहा था कि पटवारी को इस्तीफा दे देना चाहिए। इसके बाद जब दिल्ली में हुई बैठक में पटवारी को फ्रीहैंड मिला तो विरोध और तेज होने लगा। अब कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता अमिताभ अग्निहोत्री ने पटवारी के खिलाफ मोर्चा खोला है। अग्निहोत्री ने पार्टी के राश्टीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरके और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने उल्लेख किया है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस चापलूसों, पट्ठों और पूंजीवादियों की वजह से चुनाव हारी। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 66 विधायकों की सीट पर पार्टी 50 सीट हार गई। जीतू पटवारी चुनाव में नर्सिंग घोटाला, आयुष्मान घोटाला, कोरोना घोटाले को लेकर चुनावी मुद्दा बनाने में असफल रहे है। जीतू पटवारी अध्यक्ष बने रहे तो कांग्रेस अगले चुनावो में 20 सीट भी नहीं जीत पाएगी।  उन्होंने मांग की है कि कांग्रेस हाईकमान को पार्टी हित में विचार करना चाहिए और पटवारी को पद से हटाया जाना चाहिए।
बड़े नेताओं ने अटकाई कार्यकारिणी
सूत्रों की माने तो प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी प्रदेश कार्यकारिणी के नामों की सूची दिल्ली भेज चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस कमेटी को उम्मीद थी कि पार्टी हाईकमान 15 जून से पहले प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा कर देंगे, मगर अब ऐसा नहीं लग रहा है। सूत्रों का कहना है कि बड़े नेताओं के प्रभाव में प्रदेश कार्यकारिणी का गठन अटक गया है। वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में शिकायत की है कि प्रदेश कार्यकारिणी के गठन को लेकर उनसे कोई राय-मशविरा नहीं किया गया। दिल्ली भेजी गई सूची में उनके समर्थकों के नाम शामिल नहीं है।