सुरक्षा की फिक्र नहीं, फ्यूल प्वाइंट के नजदीक लगा दी आग
सतना । कहने को तो सतना जंक्शन को ईको स्टेशन बनाया गया है, लेकिन यह केवल कागजों में ही है। यात्रियों को शुद्ध हवा तो दूर, प्रदूषण भरी हवा खानी पड़ रही हैं। फ्यूल प्वाइंट से कुछ ही दूरी पर कचरे के ढेर में आग लगा दी गई? अब सवाल यह खड़ा होता है कि क्या जिम्मेदार अधिकारियों को रेलवे की संरक्षा व सुरक्षा तक की फिक्र नहीं है।
बताया गया कि रविवार को अंधेरी पुलिया के पास प्लेटफार्म-1 के बगल में सफाई कर्मचारियों द्वारा आग लगा दी गई थी। जानकारों का कहना है कि स्टेशन से निकलने वाला कचरा प्लेटफार्म-1 के बगल में जबलपुर छोर की तरफ डम्प कर दिया जाता है, कचरे का सही निष्पादन न होने से गंदगी फैलती है व रेलवे की छवि भी धूमिल हो रही है। बताया गया कि कचरा निर्धारित स्थान पर न फेंक कर इधर-उधर फेंक दिया जाता है और आग लगा दी जाती है, जिससे प्रदूषण फैल रहा है।
ट्रैक किनारे सफाई नहीं
रेलवे बोर्ड द्वारा ईको स्टेशन के अंतर्गत स्टेशन प्लेटफार्म के दोनों छोरों के 500 मीटर में ट्रैक किनारे सफाई करने के निर्देश दिए गए थे साथ ही अगर कोई गंदगी फैलाता मिलता हैं, तो उस पर जुर्माने की कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए थे। लेकिन यहां तो 5 मीटर तक में ही सफाई नहीं है। प्लेटफार्म-1 की दीवाल से सटाकर ही कचरा बाहर फेंक दिया जाता है।
प्रवेश-द्वार में ही जलता है कोयला
स्टेशन के मुख्य प्रवेश-द्वार के होटलों में कोयला जलाया जाता है। यूं तो कोयला जलाना प्रतिबंधित है, लेकिन यहां सुबह-शाम कोयले की भट्टियां धधकती रहती हैं, जिससे गुजरने वाले यात्रियों काम दम घुटता है। हालांकि इसकी शिकायत कई बार की गई हैं, लेकिन कोई कड़ी कार्रवाई होटल संचालकों पर नहीं हो सकी।