30 को होगी ईसी बैठक अतिथि विद्वानों के मानदेय के संबंध में लेंगे फैसला

रीवा | अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के अतिथि विद्वानों का प्रदर्शन अब तक जारी है और क्रमिक अनशन के दूसरे दिन भी अतिथि विद्वान अपनी मांग पर अड़े रहे। लगातार अतिथि विद्वानों द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन से चिंता में पड़े विवि प्रबंधन ने 30 दिसम्बर को ईसी बैठक बुलाई है। जिसमें सिर्फ अतिथि विद्वानों के मानदेय के संबंध में निर्णय लिया जाना है।

अब देखना यह है कि 30 को आयोजित ईसी बैठक संपन्न होती है या फिर से कोरम पूर्ति के अभाव में बैठक स्थगित हो जाती है। ज्ञात हो कि इससे पहले बुलाई गई आपात बैठक सिर्फ इसलिए नहीं संपन्न हो पाई क्योंकि जरूरी सात सदस्यों में सिर्फ 6 ही मौजूद थे। मात्र एक सदस्य की गैर मौजूदगी के चलते ईसी टल गई। इसी के साथ अतिथि विद्वानों का प्रदर्शन भी एक हफ्ते और बढ़ गया। 

पक्ष में नहीं हुआ निर्णय तो करेंगे आमरण अनशन
अतिथि विद्वान अब अपने प्रदर्शन को और असरदार व व्यापक बनाने के लिए जुटे हुए हैं। तीन हफ्तों तक तो गेस्ट फेकेल्टी धरना और नारेबाजी करते रह गए और बाद में पिछले दो दिन से क्रमिक अनशन पर बैठे हैं। अब अतिथि विद्वान आमरण अनशन करने का विचार बना रहे हैं। अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अगर 30 दिसम्बर को होने वाली ईसी बैठक में अतिथि विद्वानों के पक्ष में फैसला नहीं होता है तो वह आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे।

हालांकि इससे पहले हुई ईसी बैठक में सदस्यों ने मई से लेकर अक्टूबर के मानदेय जारी करने के प्रस्ताव में अनुशंसा कर दी थी। अब यह देखना है कि क्या इस बैठक में भी ईसी अपने निर्णय पर बरकरार रहेगा या अपने ही लिए गए फैसले का खण्डन करते हुए कोई दूसरा रास्ता निकालेगा। बताया गया है कि शनिवार को भूख हड़ताल में डॉ. दीपा सक्सेना, डॉ. राजेश सिंह और डॉ. रंजन केलकर बैठे थे।