कमलनाथ का आरोप, कृषि बिल लागू होने से किसान उद्योगपतियों के बंधुआ मजदूर हो जाएंगे
भोपाल | कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को मध्यप्रदेश में जमकर प्रदर्शन हुआ। इस दौरान कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने चक्काजाम किया। वहीं बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां भी हुईं। कृषि कानून के खिलाफ और दिल्ली में जारी किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस ने शुक्रवार को पूरे प्रदेश में आंदोलन किया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा के चौरई में ट्रैक्टर रैली निकाली।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के तीनों कृषि बिल लागू होने से किसान, उद्योगपतियों के बंधुआ मजदूर हो जाएंगे। हम किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए सड़क पर उतरे हैं। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसान बुरी तरह प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को खत्म करने का काम कर रही है। कृषि कानूनों की बुनियाद ही कमजोर है। इस कानून का हम ही नहीं बल्कि एनडीए के घटक दल भी विरोध कर रहे हैं।
इंदौर में तेजाजी नगर में किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेसियों ने किया चक्काजाम
किसान आंदोलन के समर्थन में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को तेजाजी नगर रोड पर चक्का जाम कर दिया। हालांकि पुलिस ने ट्रॉफिक को डायवर्ट करके यातायात को सुचारू रुप से चलने दिया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव, विधायक जीतू पटवारी के साथ 60 कार्यकर्ता तेजाजी नगर मैन रोड पर ट्रैक्टर के साथ पहुंचे। चक्काजाम के बाद में सभा में तब्दील हो गया। विधायक पटवारी ने कहा कि तेल से लेकर दाल तक के भाव मोदी सरकार ने बढ़ा दिए।
पटवारी बोले कि हर नागरिक राम मंदिर को बनते देखना चाहता है। अन्नदाता भी भगवान है। सरकार बनाने के पहले मोदीजी ने पेट्रोल 40 रुपए प्रति लीटर बिकवाने की मांग की थी। अब देखो क्या स्थिति है। कांग्रेस के समय और अब क्या भाव है। सब्जी एक से तीन रुपए किलो बिक रही है। हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवाज शरीफ की माताजी को श्रद्धांजलि देते हैं। 60 दिन में 65 किसान जान दे चुके हैं। इसके बावजूद मोदीजी ने एक शब्द भी नहीं बोले हैं। पटवारी ने कहा कि 2014 से पहले कभी मीडिया का नाम किसी प्रधानमंत्री के नाम से नहीं रखा गया। ये लोकतंत्र के लिए बड़ी चुनौती है। पटवारी ने कहा कि ईवीएम को लेकर भी बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
इधर, भोपाल में रोशनपुरा चौराहे पर कांग्रेस ने धरना दिया। वहीं कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने सीहोर जिले में ट्रैक्टर पर सवार हुए। दिग्विजय सिंह ने भी कांग्रेस पार्टी के किसान आंदोलन को समर्थन दिया, वही भोपाल में पूर्व मंत्री पीसी शर्मा जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेसियों की गिरफ्तारी हुई।
राजधानी में किसानों के मुद्दे पर सड़कों पर उतरी कांग्रेस पार्टी ने रोशनपुरा चौराहे पर चक्का जाम करने की कोशिश की। रोशनपुरा चौराहे पर तैनात भारी पुलिस बल ने कांग्रेसियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन कांग्रेसी बैरिकेड तोड़कर चौराहे पर जा पहुंचे और अलग-अलग गुट बनाकर चारों तरफ जाम लगा दिया। इसके बाद पुलिस और कांग्रेसियों के बीच जमकर झूमे अटकी हुई। जबरिया चक्का जाम करने पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा जिला अध्यक्ष कैलाश मिश्रा समेत बड़Þी संख्या में कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया गया।