कैसा NRC और CAA, सांसद हिमाद्री मुंबई में उठा रहीं समुद्र की लहरों का लुत्फ

शहडोल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह एनआरसी एवं सीएए के मुद्दे पर जंग लड़ रहे हैं। पूरी भाजपा प्रधानमंत्री की आवाज को बुलंद कर रही है। ऐसे में सांसद हेमाद्री सिंह मुंबई ट्रिप का लुत्फ उठा रही हैं। देश और संसदीय क्षेत्र के मुद्दों  को दर किनार कर संभागीय मुख्यालय से दूरी बनाये हुए हैं। 

2019 में लोकसभा के चुनाव हुये। मोदी लहर का फायदा शहडोल की वर्तमान सांसद हेमाद्री सिंह को भी मिला। गौरतलब है कि, उस समय वो प्रचार के लिये भी पूरी तरह से मैदान में नहीं आई थीं पर यह आदिवासी संसदीय क्षेत्र भी प्रधानमंत्री के खाते में जुड़ गया। जिस उम्मीद से लोगों ने सांसद को चुना शायद उस पर वो खरा नहीं उतर पार्इं। जिन लोगों ने उन्हें सांसद चुना वो उनसे मिलने का इंतजार ही करते रह जाते हैं।  सांसद अपने कार्यों में उलझी रहीं। 

सोशल मीडिया पर ही मुलाकात 
अब लोग मानने लगे हैं कि, सांसद से अगर मिलना है तो सिर्फ फेसबुक या यूं कहें सोशल मीडिया पर ही मिला जा सकता है। सांसद की कुछ फोटो फेसबुक पर वायरल हुई हैं। लोगों ने कमेंट्स भी किया और देखते ही देखते यह फोटो फेसबुक एकाउंट से बाहर भी कर दी गई। सांसद हेमाद्री सिंह एवं पुष्पराजगढ़ विधानसभा क्षेत्र से पराजित हुये नारेंद्र मरावी दोनों ने मुंबई की ताज होटल के पास और कई अन्य जगहों पर भी फोटो खिंचवाई गई। समुद्र के किनारे लहरों का लुत्फ उठाते और द्वारिकाधीश मंदिर से निकलकर भी फोटो साझा की है। 

कहां गये मुद्दे
एक तरफ देश में सांसदों, विधायकों एवं भाजपा से जुड़े जनप्रतिनिधियों को एनआरसी एवं सीएए के मुद्दे को प्रचारित करने के लिये प्रधानमंत्री एवं गृहमंत्री ने घर-घर साझा करने की बात कही है। दूसरी तरफ आरएसएस के माध्यम से भाजपा की सीढ़ी चढ़े सांसद और विधायक का चुनाव लड़ चुके नारेंद्र मरावी एवं सांसद परिवार के साथ जगह-जगह की फोटो साझा कर रहे थे। एक ऐसा बयान नहीं आया जो मोदी के हाथों और अमित शाह के इरादों को मजबूत कर सके।  सांसद की समुद्र के किनारे खिंचवाई गई फोटो एकबारगी लोगों को लगा जैसे फिल्म की शूटिंग चल रही हो। समुद्र के किनारे रेत पर चलने वाली गाड़ी पर सांसद हिमाद्री एवं नरेंद्र मरावी दिखाई दिये। 

नहीं लगा फोन- सांसद हेमाद्री सिंह एवं उनके पति नारेंद्र मरावी ने भाजपा की राजनीति को काफी करीब से देखा है। उनके द्वारा फेसबुक एकाउंट पर जो फोटो साझा की गई उसके बाद उन दोनों ही जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क करने की कोशिश की गई। लेकिन फोन नहीं लगा और सम्पर्क स्थापित नहीं हो सका।