स्कूली शिक्षा को लेकर श्वेत पत्र जारी करे सरकार : पटवारी
सागर, रीवा की घटनाओं को लेकर सरकार है जिम्मेदार
भोपाल। रीवा और सागर में जो बच्चों के साथ घटनाएं घटी है, उसके लिए सरकार जिम्मेदार है। ये मौतें घटनाएं नहीं कही जा सकती, बल्कि सरकारी मर्डर कहा जा सकता है। इन घटनाओं के लिए सरकार जिम्मेदार है। कांग्रेस इसका विरोध करती है। साथ ही सरकार से मांग करती है कि इन घटनाओं और स्कूली शिक्षा को लेकर सरकार श्वेत पत्र जारी करे।
यह बात आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में मीडिया से चर्चा करते हुए कही। उन्होंन सागर और रीवा की घटनाओं को लेकर सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कमी आई है। शिक्षा के लिए 10 साल में बढ़कर सीधा दो गुना यानि 32 हजार करोड़ का बजट किया गया है, लेकिन इन सालों में बच्चों की संख्या 50 लाख घट गई है। भाजपा सरकार का चेहरा तीन आंकड़े बताता हैं, जनसंख्या बढ़ी, स्कलों में बच्चों की संख्या घटी और सरकार विज्ञापन और इवेंट में व्यस्त हैं। रोज अखबारों में देखते हैं कहीं स्कूलों के पास नाला बह रहा है, स्कूलों के पास में गटर हैं, डेंगू फैल रहा हैं, कहीं झाड़ के नीचे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, कहीं भवन विहीन स्कूल हैं, कहीं शिक्षक हैं पर बच्चे नदारद है तो कहीं दो-दो सौ बच्चे हैं लेकिन शिक्षक नदारद है। शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों की अधिकता और ग्रामीण सुदूर अंचलों में शिक्षकों का अभाव है और सरकार इंवेट में व्यस्त रहती है। पटवारी ने मांग की है कि रीवा और सागर की घटनाओं के अलावा स्कूली शिक्षा को लेकर सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए।