डॉ. राजकुमार आचार्य बने विश्वविद्यालय के कुलपति

रीवा | अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय को फिर एक बार नए कुलपति मिल गए हैं। अब विश्वविद्यालय की कमान डॉ. राजकुमार आचार्य के हाथ में होगी। मध्यप्रदेश की राज्यपाल और विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने गुरुवार को आदेश जारी करते हुए डॉ. आचार्य को विश्वविद्यालय में बतौर कुलपति नियुक्त कर दिया है। पता चला है कि जल्द ही डॉ. आचार्य कुलपति की कुर्सी संभालेंगे।

गौरतलब है कि अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में अब तक वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. एनपी पाठक ने कुलपति की जिम्मेदारी निभाई। प्रो. पियूष रंजन अग्रवाल के इस्तीफा देने के बाद प्रो. पाठक को राज्यपाल ने नए कुलपति के नियुक्त होने तक वीसी की जिम्मेदारी सौंपी थी। जैसे ही डॉ. आचार्य विश्वविद्यालय में ज्वाइनिंग करेंगे, वैसे ही प्रो. एनपी पाठक उन्हें विश्वविद्यालय के सारे दायित्व और जिम्मेदारियां सौंप देंगे। लगभग ढाई महीने चली प्रक्रिया के बाद अंतत: विश्वविद्यालय को नया कुलपति मिला है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों में डॉ. आचार्य को कुलपति का पद संभालने और उनसे मुलाकात करने के लिए काफी उत्सुक हैं।

नए कुलपति से यह हैं एपीएसयू की उम्मीदें
विश्वविद्यालय को नए कुलपति से काफी उम्मीदें हैं और यह विश्वास भी है कि डॉ. आचार्य एपीएसयू के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र, पढ़ाने वाले शिक्षक और अन्य अधिकारी, कर्मचारी यही अपेक्षा करते हैं कि आने वाले कुलपति विश्वविद्यालय की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए काम करें। चाहे परीक्षा हो या रिजल्ट, सभी समय पर हों। बेहतर रिसर्च और यहां से निकलकर जाने वाले छात्रों को अच्छी नौकरी मिल सके। पर्याप्त संसाधनों से विश्वविद्यालय लैस हो, यही एपीएसयू की नई कुलपति से उम्मीदें हैं।

कॉमर्स के विशेषज्ञ हैं डॉ. आचार्य
अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के नए कुलपति होने जा रहे डॉ. राजकुमार आचार्य कामर्स विषय के विशेषज्ञ हैं। उन्हें वर्ष 2019 में बेस्ट एजुकेशनलिस्ट अवार्ड इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ एजुकेशन एण्ड मैनेजमेंट की ओर से मिला है। करेली जिला नरसिंहपुर के रहने वाले डॉ. आचार्य वर्तमान में महात्मा गांधी पीजी कॉलेज करेली में बतौर प्राचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे और अब अगले चार साल तक वह विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर के रूप में विवि के दायित्वों का निर्वहन करेंगे।