निगम आयुक्त ने सफाई दरोगा को वार्ड से हटाया, स्वास्थ्य अधिकारी को थमाया शोकॉज नोटिस

रीवा | स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के लिए नगर निगम जद्दोजहद कर रहा है। वहीं जिन कर्मचारियों को शहर की सफाई व्यवस्था की जिम्मेदारी सौंपी गई है वही गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाए हुए हैं। शुक्रवार को नगर निगम आयुक्त मृणाल मीना शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे और जहां-जहां भी निगमायुक्त गए उन्हें वहां पर गंदगी और अव्यवस्था के अलावा कुछ नहीं दिखा। नतीजतन स्वास्थ्य अधिकारी भागीरथ गौर को दो वेतन वृद्धि रोके जाने के लिए नोटिस थमाया और वार्ड 14 के दरोगा मो. ख्वाजा मैनुद्दीन को वार्ड से हटा दिया।

वार्ड-4 और 14 में चारों तरफ कचरा और पॉलीथिन पाए जाने पर जहां मृणाल मीना भड़क उठे वहीं वार्ड 6 सुलभ काम्पलेक्स में सफाई-पुताई एवं अन्य व्यवस्था दुरूस्त न होने के कारण निगमायुक्त द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई एवं व्यवस्थाओं के साथ ही सफाई तथा शौचालय के सामने गढ्ढो को भरने एवं समतलीकरण कराये जाने की बात कही। 

वार्ड 18 कलेक्ट्रेट के पास सुलभ शौचालय की साफ-सफाई, एवं अन्य व्यवस्थाएं दुरूस्त नहीं पाये जाने पर स्वास्थ्य अधिकारी एवं वार्ड दरोगा को फटकार लगाते हुये तत्काल व्यवस्था सुधार की बात कही। साथ ही जिला न्यायालय के बगल में निर्मित सुलभ काम्पलेक्स में सफाई तथा व्यवस्थाओं में कमी पाये जाने पर सुलभ संचालक को तत्काल सुधार करने के निर्देश दिये गये। वहीं बगल में ही शिल्पी प्लाजा के पीछे एसपी आॅफिस के पास ही कचरा बिखरा पाये जाने एवं ताला हाउस के सामने रोड़ पटरी में कचरा पाये जाने पर सफाई के साथ ही कचरा उठाव हेतु निर्देशित किया गया। 

दो वेतन वृद्धि रोके जाने का मांगा स्पष्टीकरण
भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के परिपे्रक्ष्य में शहर के 45 वार्डों में स्वच्छता अभियान विशेष रूप से चलाया जा रहा है। निगमायुक्त के भ्रमण के दौरान पाया गया कि स्वास्थ्य अधिकारी भागीरथ गौर द्वारा सुचारू रूप से वार्डों की साफ-सफाई की व्यवस्था को नजरअंदाज किए जाने के कारण शहर के वार्डों में भीषण गंदगी का अंबार लगा हुआ है। जगह-जगह पर गंदगी पाई गई है। कार्य के प्रति लापरवाही एवं जिम्मेदारीपूर्वक नहीं कराये जाने के कारण मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के तहत 2 वेतनवृद्धि असंचयी प्रभाव से रोके जाने का स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के लिये 3 दिवस का समय दिया गया है।  

इस माह कभी भी पहुंच सकती है ओडीएफ प्लस-प्लस की टीम
नगर निगम ने इस साल ओडीएफ प्लस-प्लस के लिए आवेदन किया। इस माह के दूसरे पखवाड़े के बाद कभी भी ओडीएफ प्लस-प्लस की टीम शहर के निरीक्षण पर पहुंच सकती है। नोडल अधिकारी से लेकर सफाई कर्मचारी व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं मगर जो लोग झोपड़पट्टी बनाकर रहते हैं और वहां सामुदायिक शौचालय नहीं है वह खेल बिगाड़ने में लगे हुए हैं। 

चोरहटा के क्षेत्रीय लोगों ने मचा दी गंदगी
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक चोरहटा में स्थित ओडी प्वाइंट में लोग खुले में शौच करने से बाज ही नहीं आ रहे हैं। कई बार समझाइश देने, जागरुक करने और सख्ती से भी नियम का पालन कराने के बाद भी क्षेत्रीय लोग हैं कि मानने को तैयार नहीं। बताया गया है कि नगर निगम जेसीबी से गंदगी वाली जगह को मिट्टी से ढंकने का काम कर रहा है।

विडम्बना की बात यह है कि ओडीएफ प्लस-प्लस और स्वच्छ भारत मिशन में नगर निगम रीवा को गलतफहमी हो गई है। स्वच्छता होना और उसका सर्टीफिकेट मिलना दो अलग-अलग बाते हैं। निगम इसी प्रतिस्पर्धा में लगा है कि उसे कुछ भी करके सर्टीफिकेट मिल जाए। वास्तविकता में सफाई करने के लिए जो गाइड लाइन बनाई गई हैं उनका पालन ऊपर से लेकर नीचे कहीं भी नहीं हो रहा है।

उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निकायों को सम्मानित करेंगे मुख्यमंत्री
स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नगरीय निकायों को पुरस्कृत करने हेतु स्वच्छता सेवा सम्मान समारोह का आयोजन शनिवार को अपरान्ह 3 से 4.30 बजे तक किया जा रहा है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री एवं राज्य मंत्री भी शामिल होगें। आयोजन का प्रसारण दूरदर्शन एवं वेबकास्ट के माध्यम से किया जा रहा है नगर पालिक निगम रीवा द्वारा एलईडी के माध्यम से जन सामान्य हेतु प्रसारण की व्यवस्था निगम टाउन हॉल में की गई है। स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के स्वच्छता सेवा सम्मान समारोह के साथ-साथ स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के लिये संकल्प का कार्यक्रम भी रखा गया है।