मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया स्पष्ट: प्रदेशव्यापी लॉकडाउन नहीं लगेगा, चालू रहेंगी आर्थिक गतिविधियां
भोपाल | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिए जनता से चर्चा कर शहरों में स्वत: स्फूर्त कोरोना कर्फ्यू लागू रहेगा। प्रदेश व्यापी लॉक डाउन नहीं लगाया जाएगा। जिलों में स्थानीय क्राइसिस मैनेजमेंट समूह स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप जनता से चर्चा उपरांत निर्णय लेंगे। मुख्यमंत्री चौहान आज स्मार्ट सिटी पार्क में वृक्षारोपण के उपरांत मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
बिस्तरों एवं ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि सभी जिलों में कोरोना के उपचार के लिए बिस्तर एवं आॅक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था है। हमीदिया अस्पताल भोपाल में आज 250 बिस्तर बढ़ाए जा रहे हैं, वहीं आरकेडीएफ अस्पताल को भी अनुबंधित किया जा रहा है। दूसरे अस्पतालों से भी चर्चा चल रही है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन की निरंतर आपूर्ति की जा रही है।
तृतीय-चतुर्थ श्रेणी के 25 फीसदी कर्मचारी ऑफिस बुलाएंगे
लॉकडाउन को देखते हुए सरकारी कार्यालय में 25 फीसद तृतीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को ही बुलाया जाएगा। बताया गया कि मध्यप्रदेश शासन ने इस संंबंध में आदेश जारी कर दिए हैं।
आर्थिक गतिविधियों को चालू रखना है
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि लॉकडाउन समस्या का समाधान नहीं है। हमें आर्थिक गतिविधियों को भी चालू रखना है। कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए जनता को जागरूक किया जा रहा है कि वह स्वयं बिना कार्य के घर से न निकले। स्वत: स्फूर्त कोरोना कर्फ्यू सबसे कारगर उपाय है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने निवास पर भोपाल क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक बुलाई है। बैठक में कोरोना के हालातों पर चर्चा के बाद राजधानी में लॉकडाउन बढ़ाने पर फैसला लिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार लॉकडाउन नहीं लगा रही है, बल्कि सामुदायिक संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कोरोना कर्फ्यू लगाया जा रहा है। इस दौरान आर्थिक गतिविधियों सहित कई सेक्टर में छूट दी जा रही है।
मप्र में रिकॉर्ड 5939 नए केस, 24 मौतें
मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है। पिछले 24 घंटे में 5939 पॉजिटिव केस मिले हैं। इस दौरान 24 मौतें हुईं। अप्रैल माह के 10 दिन के आंकड़े देखे तो प्रदेश में इस दौरान 40,088 संक्रमित मिले हैं। जबकि एक्टिव केस 16 हजार बढ़ गए हैं। यानी 10 दिन में 54% की बढ़ोतरी हुई है। यही वजह है कि सरकार ने पहले पूरे प्रदेश में वीक एंड लॉकडाउन किया था, लेकिन अब 15 शहरों में 7 से 10 दिन की अवधि को बढ़ा दिया है। रतलाम, उज्जैन, बैतूल, छिंदवाड़ा, बड़वानी, बालाघाट, उमरिया, झाबुआ और कटनी में 100 से अधिक केस मिले हैं। प्रदेश में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले 10 दिन में 186 लोागें की मौत कोरोना से हो चुकी है।