मप्र में आयुष्मान कार्डधारकों को मुफ्त मिलेगा कोरोना का इलाज
भोपाल | कोरोना के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा निर्णय लिया है। अब आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों को कोरोना का मुफ्त इलाज मुहैया करवाया जाएगा। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के 81 अस्पतालों में बिस्तर आरक्षित कर दिए गए हैं। आयुष्मान भारत निरामयम मप्र के अधिकारियों का कहना है कि अब तक देखा जा रहा है कि अस्पताल में एडमिट होते वक्त पॉजिटिव मरीज आयुष्मान कार्ड नहीं दिखाते हैं। ऐसे में उनका इलाज नहीं हो पाता। अब आयुष्मान योजना की सूची में शामिल अस्पतालों में पहुंचने के पहले कोरोना संक्रमित मरीज अपने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मुफ्त इलाज करा सकेंगे।
बढ़ाई जाएंगी जांचें
इधर, प्रदेश भर में कोरोना मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए टीकाकरण कार्यक्रम को बढ़ाया जा रहा है। एक अप्रैल से 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। दूसरी तरफ कोरोना की लगातार जांचें भी बढ़ाई जा रही है। भोपाल में जहां एक दिन में डेढ़ हजार जांचें होती थी, अब 3000 जांचे प्रतिदिनि हो रही है। बता दें कि विगत वर्ष जब कोरोना संक्रमण चरम पर था, तब एक दिन में पांच हजार सैंपल लिए जाते थे।
कंटेनमेंट जोन की जगह माइक्रो कंटेनमेंट जोन
शहर में कंटेनमेंट जोन नहीं बनाए जा रहे हैं। इस वजह से भी शहर में तेजी से कोरोना फैल रहा है। कंटेनमेंट जोन बनाकर कोरोना को रोकने की कोशिश प्रशासन नहीं कर रहा है। हालांकि, इसकी जगह माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने की तैयारी चल रही है।
इन अस्पतालों में होगा आयुष्मान कार्ड धारी कोरोना मरीजों का मुफ्त इलाज
जनरल मेडिसिन (एम2)स्पेश्यिलिटी के अंतर्गत आयुष्मान में इम्पैनल आशा निकेतन अस्पताल, भोपाल मल्टी स्पेश्यिलिटी हॉस्पिटल, कैपिटल वेंचर सोसाइटी सीवीएस अपोलो अस्पताल, कैरियर इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस, चिरायु हेल्थकेयर एंड मेडिकेयर प्रा. लि., चिरायु मेडिकल कॉलेज, होप हॉस्पिटल, जवाहर लाल नेहरू केंसर अस्पताल, जेके अस्पताल, एलबीएस अस्पताल, महावीर इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंस, मेयो अस्पताल, निरामयम अस्पताल, नोबल मल्टी स्पेश्यिलिटी, पालीवाल अस्पताल, पीपुल्स जनरल हॉस्पिटल, राजदीप अस्पताल, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज, स्मार्ट सिटी अस्पताल, तृप्ति हॉस्पिटल, वीसीएच हॉस्पिटल में 20 फीसदी बिस्तर कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित रहेंगे। यहां आयुष्मान योजना के कार्ड धारी कोविड पेशेंट्स का मुफ्त इलाज हो सकेगा।
इंदौर में जूनियर डॉक्टरों ने की दो घंंटे की हड़ताल
एमवाय अस्पताल में शुक्रवार को जूनियर डॉक्टर काम बंद कर कुछ घंटों की हड़ताल पर चले गए। सैलरी सहित अन्य मांगों पर सुनवाई नहीं होने से जूडा डॉक्टर नाराज चल रहे हैं। करीब 2 घंटे तक हड़ताल पर रहे डॉक्टरों का कहना था कि पूरे कोरोना काल में उन्होंने ड्यूटी दी है। शुरूआत में उन्हें कहा गया था कि उनकी सैलरी में कोविड ड्यूटी करने पर 10 हजार रुपए और एड कर दिए जाएंगे। लेकिन वो रुपए तो नहीं मिले, ऊपर से तीन महीने की बेसिक सैलरी भी अब तक नहीं मिली। जूडा इंदौर अध्यक्ष डॉ. प्रखर चौधरी ने कहा कि जूनियर डॉक्टरों को मजबूरी में यहां आना पड़ा है। हम पिछले एक साल से कोविड काल में काम करते आ रहे हैं।
अभी भी कोरोना संक्रमण फैल रहा है, ऐसे में हम अपनी सेवाएं देते रहेंगे। हमारी दिक्कत यह है कि शुरूआत में कोरोना वॉरियर बोलकर हमारा ताली और थाली से सम्मान किया गया, कहा गया कि आपके वेतन में 10 हजार रुपए प्रतिमाह बढ़ाया जाएगा। 10 हजार बढ़ाने की बात तो दूर पिछले तीन महीने से जूनियर डॉक्टरों को बेसिक सैलरी तक नहीं दी गई है। हमारे द्वारा सरकार को दिए गए प्रस्ताव के बाद भी पिछले एक साल से हमारी कोरोना में ड्यूटी लगाई जा रही है। जबकि हमने पैरामेडिकल स्टॉफ, आयुर्वेदिक, होम्योपैथी डॉक्टर जो सक्षम है, उनकी ड्यूटी लगाने का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद भी उनकी भर्ती नहीं की जा रही है।