भोपाल में टीकाकरण के 94 हजार डोज पहुंचे
भोपाल | आखिरकार वैक्सीन को लेकर कयास का दौर खत्म हो गया। उम्मीदों के टीके की पहली खेप मप्र पहुंच गई है। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग बुधवार को भोपाल आई कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज और ट्रान्सपोर्ट प्रक्रिया का निरीक्षण करने के लिए किलोल पार्क स्थित स्टेट वैक्सीन स्टोर पहुंचे। वहां उन्होंने प्रक्रिया के सुचारू व्यवस्था का आकलन किया।
सारंग ने बताया कि भोपाल में 94 हजार वैक्सीन आई हैं। जिसे संभाग के 8 जिले भोपाल, बैतूल, हरदा, होशंगाबाद, रायसेन, राजगढ़, सीहोर और विदिशा भेजा जा रहा है। इसी प्रकार इन्दौर और जबलपुर को भी वैक्सीन प्राप्त हो जायेंगी। गुरुवार को ग्वालियर को वैक्सीन उपलब्ध होगी। प्रथम चरण में लगभग 5 लाख 6 हजार से अधिक वैक्सीन प्राप्त हो रही हैं। उन्होंने बताया कि वैक्सीन स्टोरेज से लेकर री-डिस्टिब्यूशन तक सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद हैं।
वैक्सीनेशन को लेकर ये है खास
- 10,000 स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाया जाएगा एक दिन में।
- 100 लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा एक सेंटर में।
- 18 फोकल पॉइंट शहर में, जिले में 40 फोकल पॉइंट, जहां से वैक्सीन का डिस्ट्रीब्यूशन होगा।
- 2 वैक्सीन वैन होंगी शहर में, जिनसे वैक्सीन को फोकल पॉइंट तक भिजवाया जाएगा।
- 1 दिन पहले कोविन-एप से एसएमएस के माध्यम से टीका लगवाने वाले को सूचना दी जाएगी।
- वैक्सीनेशन के लिए आईडी कार्ड लाना अनिवार्य होगा।
इन जिलों को मिली वैक्सीन
बताया गया कि ग्वालियर में 13 जिलों के लिए लगभग एक लाख 9 हजार 500, इंदौर में 15 जिलों के लिए एक लाख 52 हजार और जबलपुर में 15 जिलों के लिए एक लाख 51 हजार वैक्सीन उपलब्ध होंगी। इंदौर में आठ केंद्रों को लॉन्चिंग सेंटर बनाया है। जिले के 26 हजार 400 स्वास्थ्यकर्मियों को सबसे पहले टीका लगाया जाना है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग जिले के 101 केंद्रों में व्यवस्थाएं जुटाने में लगा है। इनमें 75 केंद्र शहर में बनाए जा रहे हैं।