चार हफ्ते में प्रदेश के 2.25 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा टीका: CM

भोपाल | मध्य प्रदेश में सबसे पहला टीका जिले में अस्पताल के एक सफाई कर्मचारी और एक नामचीन डॉक्टर को लगेगा। नामचीन डॉक्टर को शहर का 'सेलिब्रिटी' नाम दिया गया है। राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया, यह दोनों कौन होंगे, इसके लिए स्थानीय जिला प्रशासन को नाम तय करने की जिम्मेदारी दी गई है।  हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह भी कलेक्टर- कमिश्नर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कह चुके हैं कि कोशिश की जाए, पहला टीका सफाई कर्मचारी को लगाया जाए। मुख्यमंत्री  ने कहा है कि 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान सुबह 9 बजे पूरे प्रदेश में एक साथ शुरू होगा। 

उन्होंने कलेक्टरों से कहा है कि वे यह प्रयास करें कि पहला टीका सफाई कर्मचारी को लगे। मुख्यमंत्री टीकाकरण अभियान की तैयारियों को लेकर गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कलेक्टर और सभी कमिश्नरों से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फ्रंट लाइन वर्कर्स जैसे पुलिसकर्मी, राजस्व अमला भी सुरक्षित होना जरूरी है। उन्होंने धर्म गुरुओं से अपील की है कि वे स्थानीय स्तर पर प्रशासन के टीकाकरण की प्राथमिकताओं की जानकारी आमजनों को दें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण का अभियान 16 से शुरू हो रहा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से व्यवस्थाएं करने का समय मिल गया था। प्रधानमंत्री के आह्वान पर पूरा देश एकजुट हुआ। यही वजह है कि कोरोना मप्र में आउट आॅफ कंट्रोल नहीं हुआ। समय रहते सभी प्रबंध कर लिए गए। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान ने टीकाकरण अभियान की तैयारियों की जानकारी दी।

हर शहर में एक शासकीय हॉस्पिटल आइडियल हो
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के नई बिल्डिंग का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर बनाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के अभियान में 100% लक्ष्य हासिल करना है। लक्ष्य पूरे होंगे, तभी बच्चों को हम बेहतर भविष्य दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि हर शहर में शासकीय हॉस्पिटल आइडियल होना चाहिए। जिला अस्पतालों में निजी अस्पतालों की तरह सुविधाएं मिले, इसके प्रयास किए जाएं। हमारे पास संसाधनों की कमी नहीं है। आयुष्मान भारत से रजिस्टर्ड अस्पताल भी बेहतर होना जाहिए।