25 लाख की आबादी के बीच 14 दमकल, 5 दिनों में खाक हुई 209 किसानों की 366 एकड़ फसल
सतना | गर्मी का मौसम शुरू होते ही जिले में आग लगने की घटनाएं बढने लगी हैं। होलिका दहन के बाद से आग लगने की डेढ दर्जन से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसके बाद भी प्रशासन आग की घटनाओं को लेकर गंभीर नहीं है। जिले में आगजनी की घटनाओं का ग्राफ साल-दर साल बढ़ रहा है। इसके बाद भी प्रशासन फायर सिस्टम को मजबूत करने कोई कदम नहीं उठा रहा। अगर पिछले पांच दिनों के दौरान ही आग से हुए नुकसान की बात करें तो इस दौरान एक अनुमान के मुताबिक जिले भर में 209 किसानों की 366 एकड़ में बोई फसल जलकर राख हो चुकी है।
इधर फायर सेफ्टी से जुड़े जानकारों की माने तो 50 हजार की आबादी पर एक दमकल वाहन होना चाहिए। अनुमान के मुताबिक जिले में लगभग 25 लाख की आबादी है, इस आबादी को आग से बचाने की जिम्मेदारी महज 14 दमकल वाहनों पर है, जबकि अग्नि सुरक्षा के मापदण्डों के हिसाब से कम से कम 50 दमकल वाहन होने चाहिए। मौजूदा समय पर नगर निगम सतना समेत 12 नगरीय निकायों में 23 दमकल वाहन है जिसमें से 14 काम कर रहे हैं जबकि 9 दमकल वाहन खराब पड़े हैं। ऐसी स्थित में जिले में कहीं भी आग लगने पर शासकीय दमकल वाहनों के अलावा सीमेंट फैक्ट्रियों के दमकल वाहनों का सहयोग लेना पड़ता है।
अब तक कितनी अग्नि दुर्घटनाएं और कितनी फसल जली
- रामपुर बाघेलान (वार्ड क्र. दो) : 17 किसानों की 16 एकड़
- दिनापुर : 9 किसानों की 18 एकड़
- बांधा : 10 किसानों की 7 एकड़
- मौहारी कटरा: 23 किसानोंं की 24 एकड़
- बठिया : 7 किसानों की 15 एकड़
- देवरा : 7 किसानों की 10 एकड़
- हरदासपुर : 4 किसानों की 5 एकड़
- उचेहरा के बिहटा : 50 किसानों की 70 एकड़
- नागौद के हरदुआ : 1 किसान की 7 एकड़
- बधाव : 2 किसानों की 4 एकड़
- मढ़ीकला : 5 किसानों की 20 एकड़
- सेमरी : 3 किसानों की 5 एकड़
- अतरौरा : 5 किसानों की 15 एकड़
- अमकुई : 24 किसानों की 40 एकड़
- रैगांव के छींदा : 20 किसानों की 60 एकड़
- भाद : 22 किसानों की 50 एकड़ फसल
बीस गांवों के बीच होना चाहिए एक दमकल
आग से सुरक्षा के मानकों की यदि बात करें तो 50 हजार की आबादी या 20 गांवों के बीच कम से कम एक दमकल वाहन उपलब्ध होना चाहिए। जिले में आग से सुरक्षा की स्थिति मानकों के आस-पास भी नहीं है,जो दमकल वाहन हैं भी उनमें से अधिकांश पुराने और कंडम स्थिति में हैं। स्थिति यह है कि गांवों में आगजनी की घटना होने पर जब तक नगर पंचायत या पुलिस थाने से दमकल वाहन मौके पर पहुंचते हैं तब तक सब कुछ जलकर खाक हो चुका होता है।
6 फैक्ट्री , 9 दमकल
- केजेएस : 01, चालू हालत में
- सतना सीमेंट : 02, दोनों चालू हालत में
- मैहर सीमेंट (अल्ट्राटेक) : 02, दोनों चालू हालत में
- प्रिज्म सीमेंट : 02, एक काम कर रहा, एक रिपेयरिंग में
- आरसीसीपीएल (भरौली) : 01, चालू हालत में
- जेपी सीमेंट बाबूपुर : 01, चालू हालत में
जिले में स्थित सीमेंट फैक्ट्री में 9 दमकल वाहन हैं। जरूरत पड़ने पर आग बुझाने में इनका भी सहयोग लिया जाता है।
कहां कितने दमकल वाहन
- नगर निगम : 07, मौजूदा स्थिति : सिर्फ दो चालू हालत में
- मैहर नगर पालिका : 02 , मौजूदा स्थिति : एक चालू, एक बिगड़ा
- चित्रकूट : 02, मौजूदा स्थिति : एक चालू, एक बिगड़ा
- रामपुर बाघेलान : 01, मौजूदा स्थिति : चालू हालत में, एक नए वाहन के लिए टेंडर किया गया
- कोटर : 02 , मौजूदा स्थिति : एक चालू, एक बिगड़ा
- नागौद : 02 , मौजूदा स्थिति : दोनों चालू हालत में
- उचेहरा : 02 , मौजूदा स्थिति : एक चालू, एक खराब
- अमरपाटन : 01, चालू हालत में
- रामनगर : 01, चालू हालत में
- कोठी : 01, चालू हालत में
- जैतवारा : 01, चालू हालत में
- बिरसिंहपुर : 01, चालू हालत में