रेल विभाग डाल-डाल तो बेटिकट यात्री पात-पात, जालियों के आगे से फोकटियों ने निकाला रास्ता
सतना | स्टेशन में अनाधिकृत व्यक्तियों को रोकने के लिए रेलवे ने जालियों की लम्बी दीवार तो खड़ी कर दी हैं लेकिन इसके बाद भी फोकटियों ने रास्ता बना लिया है। अंधेरी पुलिया के पास से बिना टिकटधारी यात्रियों का आवागमन पहले की तरह ही हो रहा है। उल्लेखनीय है कि सतना जंक्शन में जबलपुर छोर की तरफ अंधेरी पुलिया के पास से यात्री बिना टिकट लिए ही ट्रेनों में सवार हो जाते थे। वहीं छोटे स्टेशनों से आने वाले बेटिकट यात्री यहीं से बच निकलते थे।
हाल ही में नवागत डीआरएम संजय विश्वास ने मंडल अधिकारियों के साथ स्टेशन का निरीक्षण किया था। जिसके बाद डीआरएम ने अंधेरी पुलिया के ऊपर के रास्ते को बंद करने के निर्देश इंजीनियरिंग विभाग को दिए थे। विभाग द्वारा जाली लगाए दो दिन ही हुए थे कि बेटिकट यात्रियों ने आगे से रास्ता बना लिया। रेलवे की मेहनत पर पानी फिर गया।
72 घंटे बाद बनी लिफ्ट
स्टेशन में मरीज दिव्यांग एवं बुजुर्ग यात्रियों की सुविधा के लिए लगाई गई लिफ्ट आखिर कार 72 घंटे बाद बन पाई। बुधवार की शाम 6 बजे से लिफ्ट फिर से चालू कर दी गई है। बताया गया कि लिफ्ट की तकनीकी खामी को बनाने के लिए सागर से कर्मचारी बुलाए गए थे। उल्लेखनीय है कि 19 जनवरी से स्टेशन की लिफ्ट बंद थी। सेंसर टेड़ा हो जाने की वजह से गेट बंद नही हो रहा था जिसके बाद बंद कर दिया गया था।
लगाई 35 से ज्यादा जालियां
पुराने एफओबी से निकली लगभग 35 से ज्यादा जालियों को अंधेरी पुलिया के पास लगाया गया है। 50-60 मीटर की दूरी पर ये जालियां लगी हैं लेकिन इसके आगे से फिर से रास्ता पहले जैसे ही बना लिया गया है। जानकारों की मानें तो स्टेशन में अनाधिकृत यात्रियों को प्रवेश को रोकने के लिए संयुक्त कार्रवाई की जरूरत है। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार अंधेरी पुलिया के पास आटो खड़ा करने वालों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। वहीं प्लेटफार्म 1 में अंधेरी पुलिया के पास टिकट चेकिंग स्टाफ व आरपीएफ को तैनात करके रोक लगाई जा सकती है।