पानी व सड़क की समस्या: ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मतदान का किया बहिष्कार

भोपाल | दमोह विधानसभा-55 के उपचुनाव के लिए शनिवार सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हो गया है। सुबह 7 बजते ही मतदान केंद्रों पर मतदान की प्रक्रिया शुरू की गई। मतदाता भी अपना विधायक चुनने के लिए मास्क पहन और गोलों में खड़े होकर वोट डालने कतार में खड़े रहे। केंद्र में थर्मल स्क्रीनिंग की गई और वोटिंग से पहले ग्लब्ज दिया गया। कुछ मतदान केंद्रों पर मतदान प्रक्रिया देरी से शुरू हो सकी। ग्राम पंचायत लकलका के ग्वारी व नगबहर और मैली रंजरा गांव में मतदाताओं ने सामूहिक रूप से मतदान का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों की मांग है कि सीसी सड़क व पानी की समस्या का निराकरण किया जाए। इसके बाद ही हम मतदान करेंगे।

जयंत मलैया ने परिवार के साथ डाला वोट

मतदान की शुरूआत में मॉकपोल के बाद मशीन सील करने की प्रक्रिया में कर्मचारियों को समय लगा। इस कारण कई केंद्रों पर मतदान करीब 40 मिनट देरी से शुरू हो सका। वहीं, मतदान केंद्र 240 आमचौपरा में ईवीएम मशीन में तकनीकी खराबी आई। इससे मतदान शुरू होने में देरी हुई। सूचना पर नायब तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर मशीन का सुुधार कार्य कराया। तब केंद्र पर मतदान शुरू हो सका।

इसके अलावा कुछ केंद्रों पर पोलिंग एजेंटों के देरी से आने के कारण वोटिंग शुरू होने में देरी हुई। भाजपा के पूर्व मंत्री जयंत मलैया ने मतदान किया। कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन भी मतदान कर चुके हैं। ग्राम मैली रंजरा में ग्रामीणों ने पानी, सड़क व अन्य समस्याओं को लेकर पानी के खाली बर्तन रखकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है,  उनके ग्राम में पानी की समस्या समेत कई समस्याएं हैं। ना तो ग्रामीणों को कुटीरें मिली हैं और ना ही उनके पास रोजगार का अन्य साधन है। केंद्र पर 13 वोट डले हैं।

तापमान जांचा, ग्लब्ज पहनाए फिर डाल पाए वोट
मतदान केंद्रों पर सुबह से मतदाताओं की काफी कम भीड़ देखने को मिली। शुरूआती दौर में कम लोग केंद्रों पर पहुंचे। यहां वोट डालने आए मतदाताओं को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए गोलों में खड़ा कराया गया। वहीं केंद्र में प्रवेश से पहले थर्मल स्क्रीनिंग मशीन से मतदाता का तापमान जांचा गया। इसके अलावा मास्क व ग्लब्ज पहनाए और फिर मतदाता ने अपना वोट डाला।

सुरक्षा में कंपनियां तैनात, हर हरकत पर नजर
मतदान प्रक्रिया के दौरान सुरक्षा इंतजाम में कंपनियां सुरक्षा तैनात की गई हैं। उप निर्वाचन के लिए 3 सीएपीएफ, 2 एसएएफ की कंपनियां, 859 डीपीएफ, 413 होम गार्ड और 359 एसपीओ तैनात किए गए हैं। साथ ही 219 स्थानों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई हैं। क्रिटिकल मतदान केंद्रों के रूप में 123 मतदान केंद्र चिह्नित हैं।