नगरीय निकाय चुनाव: आयोग ने शुरू की तैयारी, दावेदारों की बढ़ी धड़कनें
सतना | राज्य निर्वाचन आयोग ने भले ही अभी चुनावों की तिथियां घोषित नहीं की हैं लेकिन उसके एक बयान मात्र से दावेदारों की धड़कने तेज हो गई हैं। आयोग ने नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव एक साथ कराने करने के निर्देश दिए हैं। आयोग के निर्देश और जिला स्तर पर शुरू हुई तैयारियों के बीच इस बात की उम्मीद जागी है कि पिछले एक साल से ज्यादा समय से लटक रहे निकाय चुनावों की घोषणा कभी भी हो सकती है। इस संभावना को देखते हुए भाजपा और कांग्रेस के दावेदारों ने अपने- अपने आकाओं की ड्योडी पर माथा टेकना शुरू कर दिया है। इसके लिए कोई राजधानी भोपाल का दौरा कर रहा है तो किसी को दिल्ली से उम्मीद है।
भाजपा से इनका दावा
प्रदेश की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी से यदि महापौर पद के दावेदारों की बात की जाए तो भाजपा में दावेदारों की एक लम्बी -चौड़ी फौज है फिर भी यदि कुछ चुनिंदा दावेदारों की बात करें तो प्रदेश उपाध्यक्ष योगेश ताम्रकार, पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य लक्ष्मी यादव, नगर निगम के निवर्तमान स्पीकर अनिल जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य उमेश सिंह लाला और प्रहलाद कुशवाहा ऐसे प्रमुख नाम हैं जिनमें से किसी एक पर पार्टी अपना दांव खेल सकती है।
सईद ने शुरू किया जनसम्पर्क
महापौर पद के लिए कांग्रेस से एक अन्य बड़ा नाम प्रदेश के पूर्व मंत्री सईद अहमद का भी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सईद अहमद के नाम की घोषणा भले ही मेयर पद के प्रत्याशी के तौर पर पार्टी द्वारा न की गई हो लेकिन पूर्व मंत्री ने अपने समर्थकों के साथ शहर में अप्रत्यक्ष तौर पर जनसम्पर्क शुरू कर दिया है। भंडारे से लेकर अन्य सार्वजनिक आयोजनों के अलावा लोगों से इनका मेल-मिलाप लगातार बढ़ता जा रहा है।
ये भी दावेदार
वैसे यदि वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री की दावेदारी के अलावा कांग्रेस के मेयर पद के अन्य दावेदारों की बात करें तो सोहावल जनपद के पूर्व अध्यक्ष भाई गेंदलाल पटेल, रविन्द्र सिंह सेठी और अजय सोनी भी प्रमुख दावेदारों में हैं।
बसपा की भाजपा- कांग्रेस पर नजर
निकाय चुनाव में यदि सक्रियता की बात करें तो पर्दे के सामने भाजपा और कांग्रेस के ही दावेदार सामने आ रहे हैं बसपा से महापौर की टिकट की दावेदारी करने वालों ने एक अजीब सी खामोशी ओढ रखी है। वे पर्दे के पीछे ही सक्रिय हैं जहां तक संगठन का सवाल है उसके एक जिम्मेदार शख्स का दावा है कि हम अभी भाजपा और कांग्रेस पर नजर रखे हुए हैं। इन दोनों दलों की रणनीति के बादी ही हम अपनी रणनीति का खुलाशा करेंगे।
विधायक भी दावेदार
इंदौर में कांग्रेस विधायक को मेयर का टिकट दिए जाने की कथित घोषणा के बाद सतना से कांग्रेस के विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने भी अपनी दावेदारी पेश की है। हालांकि सतना विधायक ने सार्वजनिक तौर पर अपनी दावेदारी से संबंधित कोई घोषणा तो नहीं की है लेकिन उनसे जुडेÞ सूत्रों और पिछले कुछ समय से सतना के नगरीय क्षेत्र में उनकी सक्रियता को देखें तो इससे साफ नजर आता है कि कहीं न कहीं सतना विधायक की नजर मेयर की कुर्सी पर है।