पिछले 15 सालों से अटकी केन-बेतवा लिंक परियोजना को मिली हरी झंडी
भोपाल | मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच 15 साल से चल रहे केन बेतवा लिंक परियोजना से पानी लेने का विवाद सुलझ गया है। इस परियोजना से नॉन मानसून सीजन (नंवबर से अप्रैल के बीच ) में मध्य प्रदेश को 1834 मिलियन क्यूबिक मीटर व यूपी को 750 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलेगा। लगभग 35,111 करोड़ रुपए की लागत की इस परियोजना में 90% राशि केंद्र सरकार देगी। जबकि शेष 5-5% हिस्सेदारी मध्य प्रदेश व उत्तर प्रदेश वहन करेंगे। इस योजना से सागर-विदिशा समेत एमपी के आठ जिलों को पानी मिलेगा। प्रधानमंत्री की मौजूदगी में केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए(एमओए) मेमोरेंडम आॅफ एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए गए।
8 लाख 11 हजार हेक्टयर क्षेत्र में होगी सिंचाई
पहले फेज में केन नदी पर ढोड़न गांव के पास बांध बनाकर पानी रोका जाएगा। यह पानी नहर के जरिया बेतवा नदी तक पहुंचाया जाएगा। वहीं दूसरे फेज में बेतवा नदी पर विदिशा में चार बांध बनाए जाएंगे। बीना नदी जिला सागर और उर नदी जिला शिवपुरी पर भी बांधों का निर्माण किया जाएगा। बुंदेलखण्ड क्षेत्र के नौ जिलों में 8 लाख 11 हजार हेक्टयर असिंचित क्षेत्र में सिंचाई का लाभ मिलेगा। 103 मेगावाट हाइड्रो पावर भी पैदा किया जाएगा। छतरपुर, पन्ना, टीकमगढ़, सागर, दमोह, विदिशा, शिवपुरी, रायसेन को पानी मिलेगा।