कुंभ से लौटने वाले संतों पर रहेगा पहरा: होना होगा आइसोलेट, करानी होगी जांच
सतना | धर्मनगरी चित्रकूट के अलावा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से कुम्भ स्नान के इरादे से हरिद्धार गए लोगों की वापसी पर प्रशासन का पहरा होगा। कुम्भ स्नान कर लौटने वाले कुंभियों को न केवल आइसोलेट होना होगा बल्कि आवश्यकता पड़ने पर अनिवार्यत: जांच भी करानी होगी। कोविड के लक्षण मिलने पर क्वारंटीन भी किया जाएगा। गौरतलब है कि बीते दिनों कुंभ मेले के आयोजन पर सवाल उठाए गए थे। ये सवाल तब और तीखे हुए जब संक्रमण से ही कुम्भ मेले से लौटने के बाद ही चित्रकूट निर्वाण अखाड़ा के महामंडलेश्वर कपिलदेव मुनि का निधन हो गया था।
महामंडलेश्वर के निधन पश्चात 16 अप्रैल को ‘क्या वायरस के साथ कुम्भ से लौटेंगे संत- महंत’ शीर्षक से समाचार का प्रकाशन कर स्टार समाचार ने प्रशासन का ध्यान इस संवेदनशील मसले की ओर आकृष्ट कराया था , जिसे शासन- प्रशासन से संजीदगी से लेते हुए निर्देश जारी किए हैं। म.प्र. शासन के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. राजौरा ने कलेक्टर को पत्र क्र. एफ 35-09/2020/बी/सी-2 जारी कर निर्देश दिए हैं कि हरिद्धार कुम्भ मेले से लौटने वाले श्रद्धालुओं पर सतत नजर रखी जाए। इसके लिए आम जनमानस को भी प्रेरित किया जाए कि यदि उनके आसपास कोई श्रद्धालु हरिद्धार से लौटा है तो इसकी सूचना प्रशासन को दे ताकि आइसोलेशन व टेस्टिंग के साथ आवश्यक होने पर क्वारंटीन की की कार्रवाई को अंजाम देकर संक्रमण का विस्तार रोका जा सके।
क्यों पड़ी जरूरत
इसके अलावा कुम्भ मेले में शामिल कई लोगों की संक्रमण रिपोर्ट पॉजटिव आने के बाद प्रशासन ने यह कदम उठाए हैं। उल्लेखनीय है कि चित्रकूट से भारी संख्या में आस्था के वशीभूत होकर कुंभ मेला करने संता महात्माओं का जत्था गया है। चित्रकूट के संत- महंत जिस भारी संख्या में कुम्भ मेले में गए हैं उनको ट्रेस करना प्रशासन के सामने एक बड़ी चुनौती साबित होगी।