सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को तय समय में करें निराकरण

सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों को तय समय में करें निराकरण

पुलिस महानिदेशक ने दिए अधिकारियों को निर्देश
भोपाल। सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का निराकरण को लेकर पुलिस महानिदेशक ने प्रदेश के सभी जोन के आईजी, रेंज डीआईजी और पुलिस अधीक्षकों तय समय सीमा में शिकायत का निराकरण करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस महानिदेशक ने कहा कि, सीएम हेल्पलाइन शासन की फ्लैगशिप योजना में शामिल है। इसमें शिकायतों का निराकरण केवल औपचारिकता के लिए न करें शिकायतकर्ता संतुष्ट है या नहीं इस बात का भी ध्यान रखें।
पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने पुलिस मुख्यालय भोपाल में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों पर राज्य के सभी जोनल आईजी, रेंज डीआईजी और जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ समीक्षा बैठक की। इस बैठक का उद्देश्य जनता की शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करना था, ताकि राज्य में नागरिकों को शांति, सुरक्षा और पारदर्शिता का बेहतर अनुभव प्राप्त हो। सीएम हेल्पलाइन को राज्य शासन द्वारा एक फ्लैगशिप योजना के रूप में चलाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य जनता की शिकायतों का संतोषजनक समाधान सुनिश्चित करना है।
पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज प्रत्येक शिकायत का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतों का निराकरण केवल औपचारिकता के रूप में नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उसमें शिकायतकर्ता की पूर्ण संतुष्टि का भी ध्यान रखा जाए। सक्सेना  ने कहा कि यह योजना केवल त्वरित समाधान के लिए नहीं बल्कि नागरिकों के पुलिस प्रशासन में विश्वास को मजबूत करने के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस दिशा में सभी को निर्देश दिए गए हैं कि वे शिकायतों का शीघ्र समाधान करें और उचित प्रतिक्रिया दें, जिससे शिकायतकर्ताओं को संतुष्टि मिले। शिकायतों के निराकरण की एक निर्धारित समय सीमा भी बनाई गई है ताकि शिकायतें अनावश्यक रूप से लंबित न रहें।
समीक्षा बैठक के दौरान कुछ जिलों में सीएम हेल्पलाइन पर दर्ज शिकायतों के समाधान की स्थिति असंतोषजनक पाई गई, जिस पर पुलिस महानिदेशक ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि लंबित मामलों का शीघ्र निपटान सुनिश्चित किया जाए और कोई भी शिकायत लंबित न रहे। पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि शिकायतों का निराकरण गुणवत्ता के साथ किया जाए, ताकि जनता को किसी भी प्रकार की समस्या का पुनरावृत्ति न हो और वे पुलिस की कार्यप्रणाली से संतुष्ट रहें।