जेसीबी लेकर कैमा का अतिक्रमण हटाने पहुंचा रेलवे बल

सतना | डबल रेल लाइन प्रोजेक्ट में बाधा बने 7 अवैध घरों का अतिक्रमण हटानें के लिए पूरे जबलपुर डिवीजन के अलग-अलग स्टेशनों से आरपीएफ बल मगाया गया था। पूर्व तय की गई योजना के अनुसार रेलवे अधिकारी सुबह जेसीबी और आरपीएफ बल लेकर कैमा पहुंचे, लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी ने कार्रवाई से यू-टर्न ले लिया। 

नतीजतन रेलवे अधिकारी मौके पर लगभग 4 घंटे तक स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों का इंतजार करते रहे लेकिन कोई भी अधिकारी समय पर कैमा नहीं पहुंचे  और रेलवे एक बार फिर एक डेट देकर वापस मायूस लौट आया। बताया गया कि बुधवार को सतना-रीवा डबल रेल लाइन प्रोजेक्ट में बाधा बने कैमा के 7 घरों का अवैध अतिक्रमण हटानें के लिए आरपीएफ बल और जेसीबी लेकर रेलवे अधिकारी पहुंचे थे। सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे रेलवे अधिकारी अतिक्र मण हटाने की कार्यवाई शुरू करने के लिए स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों का इंतजार करते रहे लेकिन समय पर कोई नही पहुंचा। 

बताया गया कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाई के लिए मंडल सहायक सुरक्षा आयुक्त सुरेश कुमार मिश्रा, सहायक मंडल इंजीनियर आरपी मीना, सतना आरपीएफ इंचार्ज मान सिंह, जीआरपी चौकी प्रभारी संतोष तिवारी , सब इंस्पेक्टर शिशिर कुमार  एवं आईओडब्लू विभाग के अधिकारी मौजूद रहे। हांलाकि बाद में तहसीलदार बीके मिश्रा कैमा पहुंचे थे और अतिक्रमण कारियों से बात की लेकिन रेलवे को खाली हाथ मजबूरन लौटना पड़ा। 

इधर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई उधर पट्टे देने के आरोप 
जानकारों की मानें तो रेलवे पिछले चार माह से कैमा में अवैध अतिक्रमण हटाने के लिए अपनी कार्यवाई कर रहा है लेकिन मंडल सेआएरेल अधिकारियों का कहना है कि प्रशासनिक असहयोग के कारण हर बार मायूसी ही हाथ लगती है जिससे दिनों-दिन सतना -रीवा के बीच दोहरीकरण का काम प्रभावित हो रहा है। राजनीतिक दबाव के चलते हर बार मामला अचानक यू टर्न ले लेता है। सूत्रों की मानें तो शाम को 3 लोगों को पट्टे जारी किए गए है। जिनमे से एक का नाम नोटिस मे नही था लेकिन कब्जा किए हुए है। ं बताया जाता है कि 5 लोगो को पहले ही माकान आवंटित किया जा चुका है। 

एसडीएम के साथ हुई बैठक मांगी एक और मोहलत
बताया जाता है कि कैमा से मायूस  होकर रेलवे अधिकारियों ने एसडीएम कार्यालय पहुंच कर एसडीएम राजेश शाही के साथ  बैठक की। बैठक में अतिक्र मण हटाए जाने के लिए जिला प्रशासन ने कुछ और दिन की मोहलत मांगी है। स्थानीय और रेल प्रशासन ने अब 14 दिसंबर को कैमा से 7 घरों का अतिक्रमण हटाने का निर्णय लिया है। उल्लेखनीय है कि रेलवे 4 सितंबर,18 सितंबर, 13 अक्टूबर, 24 अक्टूबर एवं 20 नवंबर, 8 दिसंबर को खाली करने का नोटिस जारी किया था। 

यहां से आया बल
बताया गया कि रेल प्रशासन ने कैमा में शंति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरे जबलपुर डिवीजन से अलग-अलग स्टेशनों से बल बुलाया गया था जिसमें जबलपुर, पिपरिया, सागर, कटनी एवं सतना पोस्ट सहित लगभग 50 से ज्यादा रेल सुरक्षा  बल आया था वहीं जीआरपी च कोतवाली के जवान भी मौके पर तैनात रहे।