अनुपस्थित लिपिक को बचाने गायब कर दिए उपस्थिति पंजी
रीवा | गांधी मेमोरियल अस्पताल के ईएनटी विभाग में पदस्थ लिपिक एसएन पटेल को बचाने के लिए बड़ा खेल खेला गया है। विभाग की कर्मचारी उपस्थिति पंजी को ही गायब कर दिया गया। यह वहीं पंजी है, जिसमें लिपिक एसएन पटेल के दस्तखत नहीं थे, जबकि उन्हें पूरे माह का वेतन जारी कर दिया गया था।
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. मनोज इंदूलकर ने विभागाध्यक्ष से स्पष्टीकरण मांगा था। उल्लेखनीय है कि गांधी मेमोरियल अस्पताल के ईएनटी विभाग में पदस्थ लिपिक एसएन पटेल अक्सर अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं, लेकिन इसके बाद भी उनको पूरे माह का वेतन जारी किया जाता है।
इस मामले का खुलासा स्टार समाचार ने 6 जनवरी 2021 को प्रकाशित हुई खबर में किया था। उपस्थिति रजिस्टर की फोटो भी प्रकाशित की गई थी, जिसमें पूरे माह तक श्री पटेल अनुपस्थित थे। यह प्रकरण सितंबर 2020 का था। खबर प्रकाशित होने के बाद मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन डॉ. मनोज इंदूलकर ने ईएनटी विभागायध्य से जबाव मांगा था। जिसमें विभागाध्यक्ष ने बताया कि विभाग की उपस्थिति पंजी किसी के द्वारा गायब कर दी गई है। ऐसे में साफ है कि श्री पटेल को बचाने के लिए विभाग के जिम्मेदार पूरी ताकत से लगे हुए हैं।
विभागाध्यक्ष के पत्र में यह लिखा
प्रभारी डीन डॉ. मनोज इंदूलकर के द्वारा मांगे गए जबाव में ईएनटी विभागाध्यक्ष ने एक पत्र डीन के नाम लिखा। जिसमें कहा गया कि विभागीय कार्यालय से कुछ फाईल एवं पंजी गुम हैं। विभाग के ही किसी कर्मचारी-अधिकारी का इसमें हाथ है। पूरी संभावना है कि पंजी की फोटो लेने वाले व्यक्ति ने ही उसे गायब किया है। इस संबंध में जांच कराने की मांग भी की गई है।
ईएनटी विभाग से फाइल और उपस्थिति पंजी गायब होने की जानकारी मुझे नहीं है। इस तरह का कोई पत्र विभागाध्यक्ष की ओर से मेरे पास नहीं आया है। रही बात लिपिक एसएन पटेल की तो वह कुछ दिन तक मेडिकल पर थे, इसकी जानकारी ईएनटी के विभागाध्यक्ष ने दी है। इसी कारण उनका वेतन जारी किया गया है।
डॉ. मनोज इंदूलकर, डीन एसएस मेडिकल कॉलेज