काम करने वालों को ही मिलेगा संगठन में पद
नहीं चलेगी किसी की सिफारिश
भोपाल। भाजपा का सदस्यता अभियान आज समाप्त हो गया। इसके बाद अब संगठन में पदाधिकारी बनने की होड़ नजर आ रही है। इसे देख संगठन ने इस बार पद देने के लिए नई रणनीति तय की है। इसके तहत किसी नेता, मंत्री या विधायक की सिफारिश पर किसी को पदाधिकारी नहीं बनाया जाएगा, बल्कि व्यक्ति का काम देखा जाएगा। जो जितने सक्रिय सदस्य बनाएगा उसे संगठन में पद मिल पाएगा।
भाजपा संगठन ने नई रणनीति के तहत अब मंत्री और विधायक भी पदाधिकारी नहीं बनवा सकेंगे। संगठन चुनाव को लेकर भाजपा की रणनीति बनी है। अब सिर्फ काम करने वालों को ही मौका दिया जाएगा। सिफारिश के आधार पर संगठन में पद नहीं दिए जाएंगे। इसके लिए संगठन बैठकों में स्पष्ट निर्देश दे रहा है। 10 नवंबर से संगठन चुनाव की शुरुआत होगी। भाजपा में अब सक्रिय सदस्यता अभियान की तैयारी होगी। कम से कम सौ सदस्य बनाने वाले ही सक्रिय सदस्य बन सकेंगे। भाजपा सदस्यता अभियान आज समाप्त हो गया है। इस मामले में भाजपा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल का कहना है कि पार्टी में हमेशा काम करने वाले कार्यकर्ताओं को तवज्जो मिलती है। आगे भी काम करने वाले कार्यकर्ताओं को ही पद मिलेंगे। भाजपा में सिफारिश करने जैसी कोई परंपरा नहीं है।