मध्यप्रदेश को पहले चरण में मिलेंगे कोरोना वैक्सीन के पांच लाख डोज

भोपाल | मध्य प्रदेश को कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए पहले चरण में वैक्सीन के 5 लाख डोज मिलेंगे। इसमें से 4 लाख डोज 5 दिन के भीतर 4 लाख स्वास्थ्य कर्मियों को लगा दिए जाएंगे। इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां की जा रही है। कोरोना वैक्सीन लगाने की रिहर्सल की जा रही है। यह बात प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने शुक्रवार को कही है। वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन मप्र इकाई के नए भवन मैं अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे हैं।

इसी भवन में कोरोना वैक्सीन से लड़ने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने राज्यस्तरीय कंट्रोल रूम बनाया है। यह भवन राजधानी की पत्रकार कॉलोनी में है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उस बैठक में कहा कि संक्रमण के नियंत्रण के लिए मध्यप्रदेश को वैक्सीन के 5 लाख डोज को सुरक्षित तरीके से रखने के इंतजाम सुरक्षित किए जाएं। इस वैक्सीन को हम बहुत कम समय में चिन्हित लोगों को लगाएंगे, इसकी योजना में कोई चूक नहीं होनी चाहिए। रिहर्सल के परिणाम के आधार पर जो सुधार करने हैं वह तय समय सीमा में कर लिए जाएं। किसी भी स्तर पर कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए।

प्रदेश में 153 स्थानों पर किया वैक्सीन लगाने का रिहर्सल

स्वास्थ्य मंत्री ने नए भवन के लोकार्पण के मौके पर यह भी जानकारी दी कि प्रदेश में 153 स्थानों पर शुक्रवार को वैक्सीन लगाने की प्रक्रिया का रिहर्सल किया गया है जो सफल रहा है। बता दें कि इसके पूर्व भोपाल में तीन स्थानों पर वैक्सीन लगाने का रिहर्सल हो चुकी है। इसमें गांधीनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और गोविंदपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अलावा कोलार के जेके अस्पताल को चुना था। सभी जगह रिहर्सल सफल रही थी।

स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को पहली प्राथमिकता
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश को संक्रमण से बचाने के लिए स्वास्थ्य कर्मचारियों और डॉक्टरों ने बहुत मेहनत की है इसलिए हम वैक्सीन के 5 लाख में से 4 लाख डोज डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी को लगाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि जिन चार लाख स्वास्थ्य कर्मियों को डोज लगाया जाना है उनकी सूची तैयार की जा रही है और रिहर्सल की प्रक्रिया में उन्हें शामिल भी किया जा रहा है ताकि किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना आए। बाकी के एक लाख डोज वरिष्ठ नागरिक और बीमारियों से जूझ रहे जरूरतमंदों को लगाएंगे। ऐनवक्त पर जरूरत पड़ी तो कार्य योजना में मामूली बदलाव भी कर सकते हैं।

डेमो इंजेक्शन देखते ही कुर्सी से खड़ी हो गई महिला स्वास्थ्यकर्मी, कहा- मैं नहीं लगवाऊंगी

जबलपुर जिले में शुक्रवार को हुए ड्राई रन के दौरान विक्टोरिया जिला अस्पताल सेंटर में पहुंची एक महिला हेल्थ कर्मी ने डेमो वैक्सीन की प्रक्रिया में शामिल होने से इनकार कर दिया। बोली कि अभी वैक्सीन के प्रभाव को लेकर कई तरह की बातें कही जा रही हैं। दूसरों पर वैक्सीन के प्रभाव को देखने के बाद ही लगवाने का निर्णय लेगी। उसका कहना है कि मुझे तो लगा ट्रेनिंग होगी इसलिए आ गई थी। अभी तो वैक्सीन नहीं लगवाऊंगी। जब वैक्सीन ही नहीं लगवाना है, तो डेमो वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में शामिल होने के मायने ही नहीं हैं। वहां मौजूद अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। फिर भी वह निर्णय पर अडिग रही।