मेडिकल कॉलेज की भूमि से हटाया जाएगा अतिक्रमण

रीवा | श्यामशाह मेडिकल कॉलेज की भूमि से जल्द ही अतिक्रमणकारियों को खदेड़ दिया जाएगा। जिला प्रशासन ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन के साथ मिलकर इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी है। कार्रवाई से पहले भूमि का सीमांकन किया जाना है। फिलहाल दबंगों ने करीब 15 एकड़ भूमि पर कब्जा कर रखा है, जिससे मेडिकल कॉलेज व उससे संबंधित अस्पतालों का विस्तार थम गया है।

गौरतलब है कि श्यामशाह मेडिकल कॉलेज की जब आधारशिला रखी गई थी तब प्रशासन ने भविष्य को देखते हुए  कॉलेज के नाम 63 एकड़ जमीन की थी। परंतु कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही के चलते उक्त जमीन का एक हिस्सा भू-माफियाओं के कब्जे में चला गया। करीब 15 एकड़ भूमि पर बेजा कब्जा हो गया है। इसमें कॉलोनी व कई मकान बन गए हैं। जबकि कुछ लोगों ने झोपड़पट्टी भी तान ली है। 

अब मेडिकल कॉलेज के विस्तार करने की बारी आई तो प्रबंधन भूमि की तलाश करने लगा। रिकार्ड पलटा गया तो पता चला कि मेडिकल कॉलेज के नाम 63 एकड़ भूमि है। लेकिन इसमें से करीब 15 एकड़ में कब्जा हो चुका है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भूमि का सीमांकन कराने का प्रस्ताव स्वाशासी समिति की बैठक में रखा था। जिसे मंजूरी दे दी गई है। संभागायुक्त ने कलेक्टर को निर्देशित किया है कि जल्द से जल्द भूमि का सीमांकन करा कर अतिक्रमण वाले हिस्से को खाली कराया जाए। लिहाजा जिला प्रशासन ने इसकी कवायद शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि इस बार भूमि को अतिक्रमणकारियों से मुक्त करा दिया जाएगा। जिससे कॉलेज का विस्तार होगा।

सही सीमा की जानकारी नहीं
मेडिकल कॉलेज में बैठे अधिकारियों को कॉलेज की  सीमा की सही जानकारी ही नहीं है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गांधी मेमोरियल अस्पताल 6.730 हेक्टेयर खसरा नं 799, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल 2.023 हेक्टेयर खसरा नं 798 एवं संजय गांधी अस्पताल 16. 82 एकड़ खसरा नं 797  इसी तरह डॉक्टर कालोनी, मेडिकल कॉलेज, न्यू डॉक्टर कालोनी के भी अलग-अलग रकबा एवं खसरा नंबर है। लेकिन इसकी जानकारी प्रबंधन के पास नहीं है।

ऐसे कब्जे में गई जमीन
श्यामशाह मेडिकल कॉलेज की जमीन पर चारों तरफ अनाधिकृत कब्जा किया गया है। जानकारों का कहना है कि मेडिकल कॉलेज की 63 एकड़ जमीन में से तकरीबन 3 एकड़ कमसरियत मोहल्ला, 3 एकड़ एमपीईबी की तरफ, दो एकड़ हॉस्टल कॉलोनी की तरफ, 3 एकड़ चतुर्थ क्लास कॉलोनी साइड, 3 एकड़ से ज्यादा रिफ्यूजी कॉलोनी एवं अर्जुन नगर की तरफ भी 2 एकड़ से ज्यादा जमीन पर कब्जा किया गया है। मेडिकल कॉलेज के पीछे भी काफी हिस्सों पर अतिक्रमण हुआ है।