बिजली: सिटी डिवीजन में एनएससी फिर से एक
सतना | पूर्व क्षेत्र विद्युत कंपनी के सतना शहर संभाग में एनएससी को एकबार फिर एक कर दिया गया है। डीई सिटी ने डिवीजन की पुरानी व्यवस्था बहाल करा दी है। इससे उपभोक्ताओं को नए कनेक्शन के लिए भटकना नहीं होगा। उनको एक ही जगह पर न्यू सर्विस कनेक्शन से जुड़ी सारी सुविधाएं मुहैया हो जाएंगी।
सतना में डीई सिटी ने बहाल कराई पुरानी व्यवस्था
गौरतलब है कि सतना में पहले भी एनएससी एक ही सेक्शन था पर बीच में मुख्य अभियंता रीवा ने इस सेक्शन को अलग-अलग कर दिया था। अब एक ही जगह पर जानकारी के साथ आवेदन व कनेक्शन की स्थिति का पता चल जाएगा।
कमीशन से भी आजिज थे उपभोक्ता
शहर संभाग से जुड़े जानकारों का दावा है कि जबसे सिटी में एनससी सेक्शन अलग -अलग किए गए तब से कमीशन का गोरखधंधा ज्यादा हो गया था। हर कदम पर कमीशन देने की मजबूरी उपभोक्ता की हो गई थी। सरवेयर से लेकर एलएम और फिर अधिकारी तो हैं ही। हालाकि एनएएसी सेक्शन को सिटी में कुबेर की कोठरी भी कहा जाता है और पहले भी इस सेक्शन की चाहत हर किसी जेई -एई को थी। कमीशन के अलावा जब से एनएससी अलग हुई गफलत के मामले आए दिन प्रकाश में आने लगे थे। इसके बाद ही कार्यपालन अभियंता ने एनएससी को एक कर दिया। हालाकि ये निर्णय उपभोक्ता हित में भी है।
टीसी भी एनएससी में
ऐसे उपभोक्ता जिनको घर बनवाना है या फिर उनको अस्थाई कनेक्शन दिया जाता है। एनएससी अलग होने से टीसी के लिए भी भटकना पड़ता था। अब एक ही कमरे में टीसी की रसीद भी कट जाएगी और विभाग उक्त परिसर में ऊर्जा खपत दर्ज करने मीटर भी लगा देगा। अब फायदा ये कि जेई से लेकर डीई तक के पास जाने की आवश्यकता नहीं होगी और काम एक एनएससी प्रभारी से मिलने से हो जाएगा।
सीई ने जोन में किया
जानकारों की माने बीते 6 माह पहले मुख्य अभियंता रीवा एसके भागवतकर ने सतना शहर संभाग में न्यू सर्विष कनेक्शन देने के लिए पांच प्रभारी बना दिए थे। जिसमें हर जोन का सहायक अभियंता एनएससी का इंचार्ज बनाया गया पर जेई को भी कुछ अधिकार दिए गए। अब कनेक्शन के लिए उपभोक्ता को ऐई से लेकर जेई और लाइन मैन सरवेयर तक को खोजना पड़ता था। हालाकि मुख्य अभियंता की नई योजना से जहां उपभोक्ता को समस्या होने लगी तो वहीं नियमों के बाद भी समय से कनेक्शन मिलना बंद हो गया था। उपभोक्ताओं को होन वाली परेशानी का जवाब डीई राज पांडे को देना होता था और एक मामले के लिए कई अधिकारी कर्मचारी से जवाब मांगना पड़ता था। अब एनएससी एक होने से ऐसा नहीं होगा।
एनएससी को एक कर दिया गया है। इससे उपभोक्ताओं को सुविधा होगी और कोई गड़बड़ी हुई तो जवाब भी एक से ही लेना होगा। उपभोक्ता को भटकना नहीं होगा।
राजकुमार पांडे, डीई सिटी