स्वच्छता सर्वेक्षण दल पहुंचा रीवा, लिया शहर का जायजा, मुखौटा पहनकर गली-गली घूमे प्रेरक
रीवा | स्वच्छ भारत मिशन अंतर्गत स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए टीम रीवा पहुंच चुकी है। शनिवार को अचानक से टीम नगर में प्रवेश कर गई और सुबह 5 बजे से ही सर्वेक्षण शुरू कर दिया। निगम के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शहर के सर्वेक्षण के लिए 6 सदस्यीय दल भ्रमण पर निकला है। जिनके साथ निगम के कुछ अधिकारी एवं प्रेरक भी उनकी सहायता कर रहे हैं। वहीं निगम प्रशासन ने लोगों को जागरुक करने के लिए प्रेरकों को पुतले का भेष बनाकर शहर में घुमाया। ताकि लोग उन्हें देखकर आकर्षित हों और स्वच्छता के बारे में जागरुक हों।
गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए पहुंची टीम डाक्यूमेंटेशन के साथ-साथ सिटीजन फीडबैक, भौतिक सत्यापन और ओडी प्वाइंट का निरीक्षण करती है। हासिल जानकारी के मुताबिक शनिवार के दिन टीम सदस्यों ने काफी हद तक काम निपटा लिया है। सर्वेक्षण के पहले दिन टीम के सदस्य अलग-अलग गुटों में बंटकर नगर के विभिन्न इलाकों में निरीक्षण करने के लिए गए। निगम अधिकारियों की मानें तो सर्वेक्षण दल को ज्यादातर सिटीजन फीडबैक निगम के पक्ष में मिले।
यहां किया भ्रमण
सर्वेक्षण दल ने सांई मंदिर, प्रकाश चौराहा, गुड़हाई बाजार, शिल्पी प्लाजा, मलिहान टोला, तरहटी, कॉलेज चौराहा, फोर्ट रोड, सराफा मार्केट एवं आसपास के स्थानों का निरीक्षण किया और वहां के निवासियों, व्यापारियों से सिटीजन फीडबैक लिया। यानी कि स्वच्छता की गाइड लाइन के अंतर्गत आने वाले सात सवाल उनसे पूछे गए। जैसे कि आपको पता है कि नगर में स्वच्छता सर्वेक्षण चल रहा है या नहीं। रोजाना कचरा गाड़ी आती है या नहीं। कचरा कलेक्शन का पृथक्कीकरण होता है या नहीं। इसी के साथ-साथ सर्वेक्षण दल ने सुलभ शौचालय एवं प्रमुख मार्गों का भी निरीक्षण किया। बताया गया है कि सर्वेक्षण के पहले दिन कुल दो सौ लोगों से फीडबैक लिया गया है।
आज करेंगे डायरेक्ट आब्जर्वेशन
बताया गया है कि सर्वेक्षण दल सर्वे के दूसरे दिन डायरेक्ट आब्जर्वेशन के लिए निकलेगा। जगह-जगह एवं विभिन्न वार्डों का भ्रमण करके लोकेशन की फोटो एप के जरिए दिल्ली भेजेंगे। साथ ही लोगों से फीडबैक फार्म भी भरवाए जाएंगे। इसी के साथ सर्वेक्षण दल ओडी प्वाइंट पर भी जा सकता है जिसके लिए निगम प्रेरकों की ड्यूटी लगा दी गई है।
जांचेंगे दस्तावेज
सर्वेक्षण सत्र 2019-20 में निगम द्वारा साफ-सफाई व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए क्या कवायदें की गर्इं। कितने शौचालय बनवाए गए, कितनी संख्या में कचरे का उठाव होता है और वह कहां डम्प किया जाता है। इसी से जुड़े निगम द्वारा तैयाार किए गए दस्तावेजों को टीम जांचेगी। ज्ञात हो कि डाक्यूमेंटेशन भी स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को अच्छी रैंकिंग दिलाने में अहम भूमिका अदा करता है। ऐसा माना जा रहा है कि सर्वेक्षण दल 6 दिन के लिए रीवा का भ्रमण करेगा। हालांकि अगर सर्वेक्षण इस अवधि से पहले ही पूरा हो जाता है तो टीम कुछ ही दिनों में दूसरे शहर के लिए रवाना हो जाएगी।
जनता नहीं दे रही साथ
स्वच्छता सर्वेक्षण में आमजन का सहयोग देखने को नहीं मिल रहा है। यही वजह है कि शाम को दुकानें बंद होने के बाद व्यापारी अपने प्रतिष्ठान का सारा कचरा लाकर सड़क में फेंक रहे हैं। जो न सिर्फ रैंकिंग को प्रभावित करेगा बल्कि इससे शहर की सौंदर्यता पर भी काफी बुरा असर पड़ता है। गौरतलब है कि स्वच्छता सर्वेक्षण में शहर को साफ रखने की जिम्मेदारी सिर्फ नगर निगम की नहीं है बल्कि नगरवासियों के प्रयास से ही शहर का स्वच्छ होना संभव है। सर्वेक्षण टीम आने के एक दिन पहले बस स्टैण्ड, प्रकाश चौराहा, गुड़हाई चौराहा जैसे तमाम इलाकों में वैसी स्थिति बनी रही जैसी हमेशा रहती है। यानी कि सभी क्षेत्र गंदगी से भरे पड़े रहे।