नगरीय क्षेत्र में 39 हजार SC वोटर सबसे ज्यादा 54 फीसदी वार्ड 28 में

सतना। नगरीय निकाय चुनाव की तैयारियों में जिला प्रशासन जुट गया है। इस सिलसिले में नगर निगम समेत जिले के 10 नगरीय निकायों के लिए वार्डों का आरक्षण 23 जनवरी को किया जाएगा। इसके लिए वार्डवार अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं की तैयार की गई सूची में नगर निगम क्षेत्र के 45 वार्डों में 38 हजार 978 मतदाता अनुसूचित जाति के हैं।

सबसे ज्यादा वार्ड क्रमांक-28 में हैं। यहां मतदाताओं के 54 फीसदी इसी वर्ग से आते हैं। उल्लेखनीय है कि वार्डों के आरक्षण के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं से जुड़ी जानकारी नगर निगम से मंगाई गई थी। गौरतलब है कि 2014 के चुनाव के दौरान इन 45 वार्डों में 13 वार्ड अनारक्षित थे, 13 वार्ड सामान्य महिला के लिए अनारक्षित थे, 6 वार्ड पिछड़ा पुरुष व 5 वार्ड पिछड़ा महिला के लिए आरक्षित थे, जबकि 3-3 वार्ड अनुसूचित जाति के महिला-पुरुष के लिए आरक्षित किए गए थे। 

दावेदारों की बढ़ी धड़कनें
वार्डों के आरक्षण की तारीख सामने आते ही दावेदारों की धड़कनें भी बढ़ गई है।  अब जबकि वार्डों के आरक्षण के लिए 6 दिन का समय मात्र शेष बचा है, ऐसे में कुछ नेता अपने वार्ड को सामान्य व अनुसूचित जाति का बनाने में, तो कुछ महिला या पिछड़ा न हो पाए, के जुगाड़ में लग गए हैं। पार्षदों के जरिए महापौर के निर्वाचन की संभावना को देखते हुए इस बार पार्षद बनने की होड़ नेताओं में लग गई है। दौड़ में कई नामचीन भी शामिल हैं। जो अपने लिए सुरक्षित वार्ड की तलाश में हैं। 

12 वार्डों में 20 फीसदी से ज्यादा वोटर 
वार्डों के आरक्षण के लिए अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं की वार्डवार तैयार की गई सूची में नगर निगम के 45 वार्डों में से 12 वार्ड ऐसे हैं, जिनमें अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या 20 से 50 फीसदी तक है। जबकि 7 वार्ड ऐसे हैं, जहां अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या 15 प्रतिशत से ज्यादा है। 2014 में हुए नगर निगम चुनाव की बात करें, तो शहर के 45 वार्डों में से 6 वार्ड अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए गए, जिसमें से 3 पुरुष व 3 महिला वार्ड शामिल हैं।