टिकट कटा, अब पुनर्वास की हो रही चिंता
भोपाल। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में आठ सांसदों का टिकट काटकर उन्हें चुनावी मैदान से बाहर कर दिया। अब इन सांसदों को पार्टी में अपने पुनर्वास की चिंता सता रही है। इन्हें उम्मीद है कि चुनाव परिणाम के बाद होने वाले परिवर्तन में उन्हें सम्मानजनक पद संगठन में मिलेगा, जिससे वे मैदानी सक्रियता बढ़ाए रखने में कामयाब होंगे। अब देखना है कि इन सांसदों की इच्छा पूरी होती है या नहीं। ये मैदान में सक्रिय रह पाते हैं या फिर घर बैठते नजर आएंगे।
भाजपा ने 29 में से आठ वर्तमान सांसदों को टिकट ना देकर चुनावी मैदान से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इन सांसदों में भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह, बालाघाट के सांसद ढ़ाल सिंह बिसेन, सागर के सांसद राजबहादुर सिंह, विदिशा के सांसद रमाकांत भार्गव, ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, धार के सांसद छतरसिंह दरबार, गुना के सांसद केपी यादव और रतलाम के सांसद गुमान सिंह डामोर है। चुनाव परिणाम आने के बाद ये सभी भूतपूर्व सांसद हो जाएंगे। भूतपूर्व होने के साथ ही अब इनकी िंचता फिर से संगठन में पुनर्वास को लेकर होने लगी है। ये सांसद चाहते हैं कि संगठन में कोई पद मिले, ताकि क्षेत्र में सक्रियता दिखाते हुए मैदानी पकड़ बनाए रखे। फिलहाल संगठन ने अभी इन्हें किसी तरह को कोई संकेत नहीं दिया है। फिर भी भूतपूर्व सांसद होने वाले इन सांसदों को भरोसा है कि संगठन कोई जिम्मेदारी सौंपेगा, जिससे वे मैदानी सक्रियता बढ़ाए रखने में कामयाब रहेंगे।
उपचुनाव के लिए कर रहे दावेदारी
विदिशा के सांसद रमाकांत भार्गव का टिकट काटकर विदिशा से भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को मैदान में उतारा है। रमाकांत भार्गव इस सीट पर शिवराज सिंह चौहान की जीत को लेकर आशांवित है। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री की बुधनी विधानसभा सीट पर अपनी नजरें गढ़ा दी है। वे संगठन के सामने बुधनी में होने वाले उपचुनाव को लेकर दावेदारी कर रहे हैं। दावेदारी में वे कितने सफल रहते हैं यह तो समय बताएगा। इसके पीछे कारण यह भी है कि इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री चौहान के पुत्र कार्तिकेय चौहान की दावेदारी को मजबूत माना जा रहा है।
यादव को राज्यसभा जाने की उम्मीद
गुना के सांसद केपी यादव को राज्यसभा की रिक्त होने वाली एक सीट से राज्यसभा जाने की उम्मीद है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना से जीतते हैं उनकी इस रिक्त होने वाली सीट पर यादव को भरोसा है कि संगठन उन्हें मौका दे सकता है। इसके पीछे यादव समर्थक यह तर्क दे रहे हैं कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब चुनावी सभा लेने गुना संसदीय क्षेत्र पहुंचे थे तो उन्हें जनसभा में कहा था कि इस क्षेत्र के लोगों को सिंधिया और यादव दोनों मिलेंगे।