यूपी एसटीएफ ने गौरी यादव गैंग के 25 हजार के इनामी डकैत को दबोचा

सतना | अंर्तप्रांतीय गैंग लीडर गौरी यादव गिरोह के 25 हजार के इनामी डकैत को एसटीएफ एवं कर्वी पुलिस की ज्वाइंट टीम ने सर्चिंग के दौरान धर दबोचा। पकड़े गए डकैत के कब्जे से 12 बोर का कट्टा व कारतूस बरामद किया गया है। पकड़ा गया डकैत माड़ो बांध एनकाउंटर के बाद फरार चल रहा था। इस संबंध में कर्वी पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के माड़ो बांध में डेढ लाख के इनामी डकैत गौरी यादव गिरोह से मुठभेड़ के बाद कई डकैत फरार हो गए। फरार डकैतों की तलाश के लिए एसटीएफ एवं पुलिस की टीम संयुक्त रूप से तलाशी में लगी हुई थी।

ज्वाइंट टीम मारकुंडी थाना इलाके में गश्त कर रही थी। सूचना के आधार पर मारकण्डेय आश्रम के पास घेराबंदी कर जंगल तरफ से आ रहे सुबेश यादव पिता राम प्रकाश यादव निवासी बाबू का पुरवा छोटी बेलहरी, चौकी ददरी‘ माफी थाना बहिलपुरवा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से 12 बोर का लोडेड कट्टा और जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। कार्रवाई में एसटीएफ के एसआई अमित कुमार तिवारी, संतोष कुमार सिंह, प्रधान आरक्षक उमाशंकर, आरक्षक भूपेन्द्र सिंह, शिवानंद शुक्ला के अलावा स्वाट टीम प्रभारी इंस्पेक्टर श्रवण कुमार सिंह, एसआई अनिल कुमार साहू, प्रधान आरक्षक रईस खान, आरक्षक धर्मेन्द्र कुमार वर्मा, राहुल यादव शामिल रहे। पकड़े गए डकैत सुवेश के ऊपर बहिलपुरवा और मारकुंडी थाना में तीन आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं और उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार का इनाम घोषित है। 

एनकाउंटर की सुनाई कहानी 
माड़ो बांध एनकाउंटर में मारे गए 25 हजार के इनामी भालचंद यादव की मौत पर यूपी एसटीएफ की कार्रवाई पर सवाल उठने के बाद जवाब देने के लिए पकड़े गए डकैत सुबेश को आगे किया गया, गिरफ्तारी के बाद 25 हजार के इनामी सुबेश ने कहा कि बुधवार को गैंग लीडर गौरी यादव माड़ो बांध के जंगल में था, दो व्यक्ति मोटर साइकिल से आए इनमें से एक व्यक्ति को गौरी यादव ने राइफल दे दी उसके बाद सभी जंगल के अंदर जाने की तैयारी हो रही थी।

इसी बीच पुलिस आ गई। पुलिस को देखकर गौरी और अन्य साथियों ने फायरिंग शुरू कर दी। मोटर साइकिल से आया व्यक्ति हमारे साथ जंगल की तरफ बढने लगा। मोटर साइकिल से आया व्यक्ति कौन था, उसके संबंध गौरी से क्या थे? गौरी ने मोटर साइकिल से आए किस व्यक्ति को राइफल दी इस बारे में सटीक जानकारी न तो सुबेश दे पाया और न ही कर्वी पुलिस और यूपी एसटीएफ के द्वारा जारी प्रेस नोट में कोई विवरण दिया गया। 

बंदूक छोड़कर भाग गया था जंगल 
यूपी एसटीएफ और कर्वी पुलिस के ज्वाइंट आपरेशन में पकड़े गए 25 हजार के इनामी सुबेश ने अपनी गिरफ्तारी के बाद कई बयान दिए हैं। प्रेसनोट में उल्लेख किया गया है कि सुबेश ने पूछताछ में बताया कि पुलिस द्वारा फायरिंग किए जाने पर वह घबरा गया था, 12 बोर की बंदूक जंगल में फेंक कर भाग निकला था। पास में सिर्फ 12 बोर का कट्टा था। मुठभेड़ के बाद पुलिस से बचने के लिए तीन दिन से जंगल में छिपता घूम रहा था। कर्वी पुलिस के मुताबिक शनिवार को जंगल से निकल कर सुबेश बाहर भागने की फिराक में था। सुबेश ने स्वीकारा है कि उसने गैंग लीडर गौरी के साथ मिलकर रंगदारी वसूलने के लिए कई लोगों के साथ मारपीट की वारदातों में शामिल रहा है। 

एसटीएफ पर दर्ज हो अपहरण और हत्या का प्रकरण : नीलांशु 
सतना कचेहरी से लौटते समय भालचंद को अगवा कर यूपी एसटीएफ ने फर्जी एनकाउंटर में मौत के घाट उतारा है। मृतक की पत्नी ने मझगवां थाना में शिकायती आवेदन दिया है। यूपी एसटीएफ के ऊपर अपहरण और हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए। मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए। यह बातें पत्रकारवार्ता के दौरान चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने कहा। विधायक श्री चतुर्वेदी ने कहा कि यूपी की योगी सरकार में यूपी पुलिस और एसटीएफ निरंकुश हो चुकी है।

टारगेट कर लोगों को मारा जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया है कि भालचंद के खिलाफ मुकदमा था, इनाम घोषित था तो मझगवां पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए जाने पर कर्वी पुलिस ने उसे रिमांड पर क्यों नहीं लिया। यूपी एसटीएफ ने एमपी की सीमा में घुसकर भालचंद को अगवा कर एनकांउटर के नाम पर हत्या की है। विधायक श्री चतुर्वेदी ने कहा कि वे इस मामले में राज्य सरकार से कार्रवाई की मांग करेंगे। सीबीआई जांच के लिए न्यायालय की शरण ली जाएगी। मानवाधिकार आयोग व अन्य संबंधित एजेंसियों को पत्राचार किया जाएगा।