दो सौ करोड़ की सीवर परियोजना का टेंडर निरस्त
सतना | ठेका शर्तो के अनुसार कार्य न करने एवं कार्य की धीमी प्रगति को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम आयुक्त तन्वी हुड्डा ने 206 करोड़ से सीवर प्रोक्ट पर कार्य कर रही ठेका एजेंसी केके स्पन का ठेका निरस्त कर दिया है। ठेका कंपनी को तीन साल में शहर के अंदर कालोनियों में 495 किमी सीवर लाइन डालनी थी। लेकिन तीन वर्ष पूरा होने के बाद भी कंपनी महज 110 किमी सीवर लाइन का कार्य पूरा कर सकी। गुणवत्ताहीन कार्य एवं कार्य की धीमी प्रगति पर पूर्व में कंपनी पर दो करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया था। साथ ही छह माह में कार्य का लक्ष्य पूरा करने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन कंपनी की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं हुआ। इसे गंभीरता से लेते हुए नगर निगम आयुक्त तनवी हुड्डा ने अमृत मिशन अन्तर्गत सीवर परियोजना के 206 करोड़ लागत के कार्य के अनुबंध को निरस्त कर दिया।
यहां यह उल्लेखनीय है कि केके स्पन इंडिया लिमिटेड के अनुबंध को 21 अप्रैल 2020 में भी निरस्त कर दिया गया था। उस निरस्तगी के विरुद्ध संबंधित संविदाकार द्वारा संचालनालय नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग म.प्र. भोपाल में अपील प्रस्तुत की गई थी। अपील की सुनवाई उपरांत संचालनालय द्वारा 6 माह का समय देते हुये कार्य की प्रगति एवं कार्य की गुणवत्ता के आधार पर पुन: निर्णय लेने का आदेश जारी किया गया था।
6 माह की तैयार की गई थी कार्ययोजना
केके स्पन इंडिया लि. के अभियंता, नगर पालिक निगम सतना के अभियंता एवं पीडीएमसी के अभियंताओं के संयुक्त सहमति से 6 माह की कार्य योजना तैयार की गई। संयुक्त सहमति के आदा रपर कार्ययोजना के अनुसार 6 माह के अंदर 82 कि.मी. सीवर लाइन पूर्ण रूप से डालने, पूर्व में डाली गई 96 कि.मी. सीवर लाइन का कार्य पूर्ण रूप से करके, टेस्टिंग एवं कमीशनिंग करने एवं एसटीपी-1 15 में एमएलटी का कार्य पूर्ण किये जाने का लक्ष्य तय किया गया था। जिसके विरुद्ध केके स्पन इंडिया लि. द्वारा 6 माह मात्र 9.5 कि.मी. सीवर लाइन डाली गई। टेस्टिंग एवं कमीशनिंग का कार्य नहीं किया गया।
लक्ष्य का मात्र 11 प्रतिशत ही हुआ कार्य
केके स्पन इंडिया लि. द्वारा लक्ष्य का मात्र 11 प्रतिशत कार्य ही किया गया। इसके अलावा 16 जनवरी 2021 को मुख्यमंत्री द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सवीर योजना के कार्य की समीक्षा करते हुये 1 माह का समय देते हुये कार्य की प्रगति चाही गई थी, परन्तु उस अवधि में भी कार्य प्रगति एवं गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं पाया गया। केके स्पन इंडिया लि. द्वारा इस तरह अनुबंध का उल्लंघन करने, कार्य में अपेक्षित प्रगति न लाने, गुणवत्ता पूर्ण कार्य न करने और किये गये कार्य में आमजन को व्यापक रूप से आवागमन में बाधा पैदा करने के कारण केके स्पन इंडिया लि. का अनुबंध निरस्त कर दिया गया है।