जीवन जीने की कला सीखाने वाला मार्गदर्शक है धार्मिक ग्रंथ गीता
भोपाल। मध्य प्रदेश में गीता पर आधारित एक विशेष प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रतियोगिता स्कूली छात्रों को गीता के ज्ञान से जोड़ने और उन्हें जीवन के मूल्यों से अवगत कराने का एक अनूठा प्रयास है। मुख्यमंत्री ने इस प्रतियोगिता का शुभारंभ करते हुए कहा कि गीता महोत्सव हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर का उत्सव है। उन्होंने कहा कि गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं है, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाने वाला एक मार्गदर्शक है। गीता के ज्ञान से जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त की जा सकती है।
मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि भगवान के मुख से निकला पवित्र गीता का ज्ञान बच्चों तक और समाज तक जाए, इसलिए भारतीय प्राचीन ज्ञान, विज्ञान का परिचय करवाने के लिए बच्चों के बीच में मूल्य आधारित शिक्षा प्रतियोगिता का आयोजन नवंबर के आखिरी सप्ताह में होने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि इस पूरे आयोजन में हमारे सभी बच्चे भाग लेंगे। बदलते दौर में भगवान राम और कृष्ण के जीवन के विभिन्न पक्षों को समाज के सामने लाने की आवश्यकता है। नई शिक्षा नीति में भी हमने ये प्रयास किया है कि अतीत के गौरवशाली पृष्ठों को सबके सामने लाएं। इस गीता महोत्सव को लेकर मेरी आप सभी से अपील है कि अपने बच्चों की तैयारी करवाएं और उन्हें इसमें शामिल करवाएं।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को भव्य स्वरूप में मनाई जाएगी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मनुष्य के रूप में जीते जी जिन्हें भगवान का दर्जा मिला, ऐसे भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती प्रति वर्ष मनाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि अतीत में इतिहास के पन्नों पर स्वर्ण बिहार, झारखंड की धरती से उन्होंने अंग्रेजों का प्रबल प्रतिरोध स्थापित किया, जहां से आदिवासी अंचल में दो स्वतंत्रता आंदोलन की भूमिका बनी। मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती का राज्य स्तरीय कार्यक्रम शहडोल और धार में आयोजित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों से स्वतंत्रता आंदोलन में भगवान बिरसा मुंडा के उन पक्षों को भी सामने रखा जाएगा, जिससे स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती मिली।
छिंदवाड़ा, जबलपुर में जनजातीय संग्रहालयों का लोकार्पण आज
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 15 नवम्बर को बिहार के जमुई में राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के 2 जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालयों का वर्चुअली लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री छिंदवाड़ा के श्री बादल भोई जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय एवं जबलपुर के राजा शंकर शाह और रघुनाथ शाह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 15 अगस्त 2016 को देश के विभिन्न प्रदेशों में जनजातीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को समर्पित संग्रहालय के निर्माण की घोषणा की गई थी।