फर्जी आईआरसीटीसी प्रोफाइल

रीवा। शहर में रेलवे यात्रा के लिए आसानी से रिजर्वेशन टिकट उपलब्ध कराने के लिए दलाल सक्रिय हैं। इनके द्वारा आॅफ लाइन व आॅनलाइन टिकट की कालाबाजारी की जाती है। शहर के अंदर संचालित विभिन्न कम्प्यूटर सेंटर में रेलवे से अधिकृत एजेंटों के लिए लॉगिंग आईडी व पासवर्ड की बजाय फर्जी आईआरसीटीसी में प्रोफाइल बनाकर टिकट बुक करते हैं। जबकि आईआरसीटीसी में एजेंट लॉगिन के अलावा बनने वाली सभी आईडी का उपयोग केवल व्यक्तिगत व परिवारजनों के लिए होना चाहिए। 

टिकट की कीमत के अलावा देना पड़ता है कमीशन
शहर में अलग-अलग स्थानों पर खुले अवैध रेलवे टिकट काउंटरों पर यात्रियों से टिकट के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। इसके तहत रेलवे के टिकट बेचने के काम करने वाले यह अवैध काउंटर संचालक यात्रियों से मनमाने रुपए की वसूली करते हैं। जिसके संबंध में कई बार आरपीएफ को शिकायत होने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। ढेकहा से लेकर नये बस स्टैंण्ड तक करीब 12 काउंटर संचालित हैं। जहां कमीशन के लिए संचालक अवैध रूप से प्रिंट टिकट दिए जाते हैं।

रेलवे स्टेशन में सक्रिय रहते हैं दलाल
यात्रियों की टिकट डिमांड के अनुसार रेलवे के यह अनाधिकृत काउंटर संचालक अपने यहां काम करने वाले युवकों को रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर बुकिंग काउंटरों से टिकट की खरीदी कराते हैं। टिकट यात्री के मिलते ही उससे 40 से 50 रुपए या उससे ज्यादा राशि तक की वसूली सर्विस के नाम पर की जाती है। रेलवे के नियम विरुद्ध प्रिंट रेट से ज्यादा में टिकट बेचकर यात्रियों से अवैध वसूली की जा रही है।