जनवरी से शुरू होगा पहली से आठवीं का मूल्यांकन
रीवा | कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल शिक्षा काफी प्रभावित हुई है। मगर परीक्षाएं समय पर आयोजित कराने के लिए विभाग जद्दोजहद कर रहा है। इस साल कक्षा एक से लेकर आठवीं तक की परीक्षाएं नहीं होंगी बल्कि मूल्यांकन के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार किया जाएगा। बताया गया है कि जनवरी से कक्षा प्रथम से लेकर अष्टम तक विद्यार्थियों के अर्धवार्षिक और वार्षिक मूल्यांकन प्रारंभ हो जाएंगे। बच्चों का मूल्यांकन घर से ही होगा। इसके लिए शिक्षक घर-घर जाकर वर्कशीट बांटेंगे जिन्हें भरकर 15 दिवस के भीतर स्कूल में जमा करना होगा।
शिक्षा विभाग के आदेशानुसार जिले में कोविड-19 की परिस्थितियों में सीखने सिखाने की प्रक्रियाएं नवीन विद्या स्वरूप में रेडियोलेशन, हमारा घर-हमारा विद्यालय, डिजिलेप माध्यम से भेजी गई शैक्षणिक सामग्री आदि के माध्यम से आयोजित की गई है। मूल्यांकन, आंकलन, वर्कशीट आधारित (होम बेस्ड असाइनमेंट) में किए जाएंगे। इसके लिए सभी विषयों का प्रोजेक्ट आधारित मूल्यांकन किया जाएगा। जिससे 60 फीसदी लिखित और 40 फीसदी प्रोजेक्ट आधारित होगा।
जनवरी से मूल्यांकन का काम शुरू होगा जो मार्च तक चलता रहेगा। इस दौरान शिक्षकों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि उन्होंने जिन-जिन छात्रों के घर जाकर उन्हें वर्कशीट दी है उनकी वह मॉनीटरिंग करें। जिसके लिए शिक्षकों को विद्यार्थियों के अभिभावकों को हर रोज टेलीफोन से संपर्क करना होगा और यह पता करना होगा कि उन्होंने वर्कशीट पूरा किया है या नहीं। ऐसा बताया गया है कि वर्कशीट को भरने की प्रक्रिया में बच्चों के अभिभावक, बड़े भाई-बहन या परिवार के अन्य सदस्य भी मदद कर सकते हैं।
बोर्ड का कम किया सेलेबस
कोरोना संक्रमण के कारण कक्षा दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में काफी बदलाव किए गए हैं। छात्रों का 30 से 40 प्रतिशत सेलेबस घटा दिया गया है। यानी कि इस साल की बोर्ड परीक्षा थोड़ा आसान होगी। हालांकि पढ़ाई न हो पाने से सेलेबस अधूरा रह जाने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा प्रश्न पत्र में भी काफी बदलाव किए गए हैं। बताया गया है कि सभी विषयों में 30 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे यानी कि आब्जेक्टिव टाइप क्वेश्चन।
30 प्रतिशत सब्जेक्टिव और 40 प्रतिशत तार्किक के प्रश्न होंगे। बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्र का फार्मेट तीन यूनिट में बांटा गया है। प्रश्न पत्र में अब दीर्घ उत्तरीय प्रश्न नहीं होंगे बल्कि छोटे-छोटे सवाल पूछे जाएंगे। हर विषय का प्रश्न पत्र सौ अंकों का होगा। मण्डल ने प्रश्न पत्र का ब्लू प्रिंट अपलोड कर दिया है जिसके आधार पर छात्र तैयारी कर सकते हैं। इसके अलावा प्रश्न बैंक भी वेबसाइट पर अपलोड कर दिए गए हैं जिससे परीक्षा की तैयारी में आसानी होगी।
अथवा प्रश्नों की संख्या होगी अधिक
अब तक जो बोर्ड के प्रश्न पत्र छात्रों को मिलते थे, उसमें दीर्घ और लघु प्रश्नों में एक अथवा प्रश्न रहता था। जिसमें अगर कोई छात्र को किसी सवाल का जवाब नहीं आता है तो वह अथवा वाले प्रश्न का उत्तर दे सकता है। इस बार 6 प्रश्नों में छात्रों को सिर्फ तीन ही हल करने होंगे।