दमोह उपचुनाव में प्रचार के अंतिम दिनों में दोनों दल लगा रहे जोर
भोपाल | दमोह उपचुनाव की वोटिंग के अब कुछ ही दिन शेष रह गए है। इस चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। जहां कांग्रेस से अजय टंडन भी मैदान में नजर आ रहे है, तो भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा न केवल बीते एक सप्ताह से दमोह में डेरा डाले हुए हैं, बल्कि उनकी टीम भी गली-गली में किला लड़ाने को मजबूर बनी हुई है। यह प्रदेश का ऐसा उपचुनाव बन गया है जहां पर भाजपा ने अपने संगठन की पूरी ताकत लगा रखी है। इसके उलट कांग्रेस प्रत्याशी को प्रदेश संगठन से वैसी मदद नहीं मिल पा रही है, जैसी की भाजपा प्रत्याशी को मिल रही है।
इस बीच वीडी द्वारा कार्यकतार्ओं को न केवल लगातार उत्साहित करने का प्रयास किया जा रहा है, बल्कि इस चुनाव को वे प्रत्येक कार्यकर्ता का बताते हुए उन्हें ही पार्टी का प्रत्याशी बताते हुए इमोशनल कार्ड भी लगातार खेल रहे हैं। इसके उलट हाल ही में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ही ऐसे हैं जो लगातार दो रात से दमोह में डेरा डाले हुए हैं। अब यहां पर प्रचार के पांच दिन ही शेष रह गए हैं। ऐसे में दोनों ही दलों ने पूरी ताकत लगाना शुरू कर दिया है। भाजपा अपनी इस परंपरागत सीट पर केसरिया बाना फहराने के लिए पूरा जोर लगा रही है।
इसकी वजह है बीते चुनाव में कांग्रेस द्वारा इस सीट को भाजपा से छीन लिया जाना। इसके उलट कांग्रेस भी इसे अपने खाते में बनाए रखने के लिए पूरा प्रयास कर रही है। यही वजह है कि स्वयं वीडी शर्मा इस सीट पर न केवल डेरा डाले हुए हैं , बल्कि लगातार सामाजिक सम्मेलनों में भागीदारी कर विभिन्न समाजों का समर्थन पाने के प्रयासों में भी लगे हुए हैं। इसके साथ ही उनके द्वारा हर रोज अलग-अलग इलाकों के पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों की बैठक भी ली जा रही है। इसी क्रम में वे बीते रोज कलचुरी और साहू राठौर समाज के सम्मेलनों में शामिल हुए।
उन्होंने दोनों ही जगहों पर विकास के लिए भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह के लिए समर्थन मांगा। इस सीट पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी लगातार सभाएं ले रहे हैं। केंद्रीय कृषि तथा ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर भले ही एक दिन के लिए आए हों, लेकिन स्थानीय सांसद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल यहां पर सक्रिय बने हुए हैं।
प्रबुद्ध जनों से भी कर रहे हैं मुलाकात
प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णु दत्त शर्मा इस दौरान कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं , यही वजह है कि वे प्रचार से हटकर शहर के प्रबुद्ध जनों से भी मुलाकात कर रहे हैं। वे बीते रोज शहर के स्वामी जगदीश मंदिर में दर्शन करने गए। इसके बाद शर्मा ने पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता और प्रबुद्ध जनों से उनके निवास पहुंचकर भेंट की। वे इस दौरान विद्या भारती के क्षेत्रीय मंत्री विवेक शेंडये, पूर्व नपा अध्यक्ष शिवकुमारी शिवहरे, डॉ केदार शर्मा ,डॉ भरत शिवहरे,नितिन चौरसिया एडवोकेट पंकज हर्ष श्रीवास्तव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के निवास पर गए।
गर्मी के साथ चढ़ा सियासी पारा
इनके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी प्रचार अभियान में शामिल हो चुकी हैं। हालात यह हो गए हैं कि जैसे-जैसे गर्मी से तापमान बढ़ रहा है उससे अधिक गति से यहां पर राजनीतिक तापमान का पारा भी बढ़ रहा है। इस सीट पर प्रचार के अंतिम दिन राजनीतिक गतिविधियां बेहद तेज रहने वाली हैं। इसकी वजह है 14 अप्रैल को दमोह में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी के समर्थन में रोड शो की संभावना है तो वहीं उसी दिन कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ का रोड शो भी होना तय हो चुका है। शहर में एक ही दिन दोनों दलों के बड़े नेताओं के रोड शो को देखते हुए प्रशासन अभी से एहतियात बरत रहा है।
अलग-अलग मुद्दों पर जोर
इस इलाके में सिर्फ दो ही चुनावी मुद्दे बने हुए हैं। कांग्रेस पूरी तरह से चुनाव प्रचार में टिकाऊ बनाम बिकाऊ को मुद्दा बना रही है तो वहीं भाजपा पूरा जोर विकास पर लगा रही है। कमलनाथ ने 7 अप्रैल की अपनी चुनाव सभा में यह कह चुके हैं कि दमोह में किसी सांसद या विधायक का निधन नहीं हुआ है, बल्कि प्रजातंत्र का निधन हुआ है, इस सच्चाई को सभी को समझना होगा और मतदाताओं को इसका जवाब भाजपा से लेना होगा। इसके उलट भाजपा की ओर से विकास का म्द्दा लगतार उछाला जा रहा है। भाजपा शासन में करोए गए बड़े कामों को भी जनता के सामने रखा जा रहा है। मतदाता 17 अप्रैल को मतदान कर इस बात का फैसला कर देंगे कि उन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विकास के वादे या फिर कांग्रेस के बिकाऊ बनाम टिकाऊ के नारे में से किसा पर भरोसा है।