बरगी टनल: टारगेट फिक्स, हर पखवाड़े होगी समीक्षा
सतना | नर्मदा जल सतना लाओ संघर्ष समिति की मुहिम का असर अब दिखाई देने लगा है और सरकार अब इस परियोजना के लिए संजीदा नजर आ रही है। विंध्य की बहुप्रतीक्षित नर्मदा जल को विंध्य भूमि मेंं लाने के लिए लगातार कवायदें तेज हो रही हैं। इसी संदर्भ में शुक्रवार को सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के साथ बरगी टनल की पेचीदगी पर नर्मदा घाटी मंत्री सुरेंद्र हनी बघेल, राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल और सतना सांसद गणेश सिंह के साथ भोपाल में बैठक आयोजित की गई। बैठक में साथ तकनीकी पेचीदगी पर विचार विमर्श किया गया। विंध्य की इस योजना की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी जहां दिल्ली मेट्रो को मॉनीटरिंग करने वाली डीएमआरसी को सौंपी गई है वहीं दूसरी ओर हर पंद्रह दिन में नर्मदा घाटी मंत्री, राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल और सतना सांसद गणेश सिंह भी करेंगे।
हर महीने 275 मीटर का लक्ष्य
बरगी टनल की पेचीदगी के बीच टनल निर्माण की ठेका कंपनी को अल्टीमेटम दिया गया है कि हर माह यदि प्रोग्रेस रिपोर्ट 275 मी. से कम आई तो किसी दूसरे ठेका दिया जाएगा।
बदला जाएगा तकनीकी स्टॉफ
बरगी टनल के बाधा केबीच भले ही मौजूदा ठेकेदार को अल्टीमेटम के साथ एक लक्ष्य दे दिया गया हो, उसे दो टूक हिदायत दी गई है तो काम करना है तो मॉनीटरिंग व तकनीकी स्टॉफ को बदलकर प्रशिक्षित स्टॉफ को काम पर लौटाना होगा।
सांसद ने कहा थैंक्स
सांसद गणेश सिंह ने विंध्य की अभूतपूर्व योजना पर इस प्रकार कारगर कदम उठाए जाने पर उन्होंने धन्यवाद प्रेषित किया। बताया जाता है कि बरगी टनल के मामले में सीएम ने कहा कि फंड की कोई कमी नहीं आएगी, लेकिन लापरवाही करने पर सख्त कार्यवाही भी की जाएगी। सीएम को उम्मीद है कि वर्ष 2023 जून तक विंध्य मेंनर्मदा का पावन जल पहुंच जाएगा।