मप्र में जहरीली शराब से नौ माह में 44 मौतें

भोपाल | मध्य प्रदेश में 9 माह में जहरीली शराब पीने 44 लोगों की मौत हो चुकी है। शासन-प्रशासन द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से लगातार जहरीली शराब पीने से मरने वालों का आंकड़ा बड़ता जा रहा है, अब सरकार मुरैना में जहरीली शराब पीन से 22 लोगों की मौत के बाद कलेक्टर, एसपी पर कार्रवाई कर खानापूर्ति कर रही है। सूत्रों ने बताया कि मुरैना शराब कांड से पहले श्योपुर जिले के आदिवासी विकासखंड कराहल के सेसईपुरा इलाके में भी तीन युवकों की मौत जहरीली शराब पीने से हो चुकी है। जिम्मेदार अधिकारी शराब माफिया पर कार्रवाई करने की बजाय संरक्षण देकर गांव-गांव में शराब की अवैध बिक्री करवा रहे हैं।

मुरैना में जहरीली शराब पीने से 22 लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  निवास पर उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि मुरैना की घटना अमानवीय और तकलीफ पहुंचाने वाली है। प्रदेश में मिलावट के विरुद्ध अभियान संचालित है, फिर भी यह दु:खद घटना हुई। मुख्यमंत्री ने इस मामले में मुरैना के कलेक्टर और एसपी को हटाने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित क्षेत्र के एसडीओपी को निलंबित करने के निर्देश दिए गए हैं।

आबकारी अधिकारी को पूर्व में ही निलम्बित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि इस पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपी जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। अन्य जिले भी सजग रहें। ऐसे मामलों में कलेक्टर, एसपी जिम्मेदार माने जाएंगे। दोषी अधिकारियों के विरुद्ध एक्शन भी लिया जाएगा।  मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ऐसी घटना पर मैं मूकदर्शक नहीं रह सकता। ड्रग माफिया के विरुद्ध सख्त अभियान जारी रहे। पूरे प्रदेश में अवैध शराब के खिलाफ अभियान चले। अवैध शराब बिक्री पर पूरा नियंत्रण हो। ऐसा व्यापार करने वालों को ध्वस्त किया जाए।

घटना की ली पूरी जानकारी, डिस्टलरी की जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक से घटना की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मुरैना जिले में हुई घटना में उपयोग में लाई गई मिलावटी शराब के निर्माण केन्द्र और दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध कार्यवाही के साथ ही संबंधित डिस्टलरी की जांच के निर्देश भी दिए।  आबकारी और पुलिस अमले की पद-स्थापना में निश्चित समयावधि के बाद परिवर्तन के निर्देश भी दिए।  डिस्टलरी के लिए पदस्थ आबकारी अमले और ओआईसी को ओवर टाइम दिए जाने की व्यवस्था में परिवर्तन हो।

मुरैना में जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा की अध्यक्षता में यह कमेटी बनाई गई है। कमेटी में एडीजी साईं मनोहर और डीआईजी मिथिलेश शुक्ला को सदस्य बनाया गया है। कमेटी आज रात भोपाल से मुरैना के लिए रवाना होगी। गुरुवार को कमेटी मौके पर जाकर जांच करेगी।