भाजपा में पोस्टर चिपकाने वाला भी बन जाता है राष्ट्रीय अध्यक्ष: नरेन्द्र शिवाजी पटेल

सतना | भाजपा ही देश की इकलौती ऐसी पार्टी है जिसमें लोकतांत्रिक परम्पराओं का पूरी तरह से पालन किया जाता है। यह एक कार्यकर्ता आधारित दल है, कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ हैं। पार्टी में सभी को काम करने के बराबर मौके मिलते हैं। यही वजह है कि पोलिंग बूथ के अध्यक्ष व पार्टी के विभिन्न कार्यक्रमों में पोस्टर- बैनर चिपकाने वाले को भी भाजपा में  राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का मौका मिलता है। यह बात भाजपा जिला कार्यकारिणी के गठन के लिए प्रदेश से नियुक्त किए गए दो जिला प्रभारियों में से एक नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने ‘स्टार समाचार’ से चर्चा के दौरान कही। जिला प्रभारी से पार्टी संगठन से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर हुई विस्तृत बातचीत के कुछ अंश यहां पेश हैं.....। 

स्टार : जिला टीम के लिए रायशुमारी की आवश्यकता क्यों पड़ी? 
नरेन्द्र: ऐसा नहीं है, जिला कार्यकारिणी का गठन पहले भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की राय के बाद ही किया जाता था। हां, यह पहली बार है कि इस तरह सार्वजनिक तौर पर प्रदेश नेतृत्व ने इस कार्य के लिए जिला प्रभारी घोषित किए हैं। इस सबके बावजूद जिला कार्यकारिणी के गठन में भाजपा जिला अध्यक्ष का ही विशेषाधिकार रहेगा। 

स्टार : भाजपा की जिला कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया में इतनी देरी क्यों?
नरेन्द्र: जिला टीम के गठन में देरी वाली कोई बात नहीं है। पार्टी के जिला अध्यक्षों की जब घोषणा हुई उस दौरान लॉकडाउन चल रहा था और पार्टी का सारा ध्यान संगठन की मजबूती और उसे विस्तार रूप देने की बजाए पीड़ित मानवता की सेवा और मजबूर लोगों की मदद पर था। फिर इसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता उपचुनाव में व्यस्त हो गए। इन सब से फुर्सत होने के बाद अब संगठन के सुचारू संचालन के लिए जिला अध्यक्षों के सहयोगियों को तय करने का काम किया जाएगा। यह काम मकर संक्रांति के पहले कर लेना है। 

स्टार: आप लोग कब तक सतना आएंगे? 
नरेन्द्र: पार्टी के जिला अध्यक्ष हम लोगों का कार्यक्रम जब प्रस्तावित कर देंगे तभी हम लोग पार्टी नेताओं के साथ संवाद करने सतना आ जाएंगे। वैसे 11-12 को सतना आने का विचार है। 14 जनवरी से पहले पार्टी की जिला कार्यकारिणी का प्रारूप तैयार करके उसको प्रदेश नेतृत्व को भेजा जाएगा। 

स्टार : ऐसा नहीं लगता कि रायशुमारी के लिए जिस तरह नेता चिन्हित किए गए हैं, उससे निष्ठावान व समर्पित कार्यकर्ता टीम में स्थान पाने से वंचित रह जाएगा? 
नरेन्द्र: ऐसा बिल्कुल नहीं है। पार्टी के लिए समर्पित कार्यकर्ता और पार्टी का निष्ठा से काम करने वाले लोगों को ही जिला की टीम में जगह मिलेगी। जिला टीम में किसे लेना है? अथवा इसके लिए कौन सा कार्यकर्ता योग्य है। इस पर निर्णय किसी एक व्यक्ति को नहीं बल्कि समूह को लेना है। जिले में लगभग 50 से 60 लोगों की राय के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। ऐसे में पार्टी के लिए निष्ठापूर्वक काम करने वाले कार्यकर्ता का नाम एक -दो लोग नहीं लेंगे पर अन्य लोग तो उसका समर्थन करेंगे ही। 

स्टार : मेरा प्रश्न यह है कि नेता अपने आगे- पीछे घूमने वाले का समर्थन करेंगे या निष्ठावान कार्यकर्ता का? 
नरेन्द्र: ऐसा नहीं है, पार्टी के लिए जो निष्ठा और समर्पण के साथ काम करता है उसे एक न एक दिन फ्रंट में आने का मौका मिल ही जाता है, भले ही उसमें थोड़ा समय लगे। इसका उदाहरण हमारे मौजूदा व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और मैं स्वयं हूं। पार्टी के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कभी पार्टी के बूथ अध्यक्ष थे, तो पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू ने स्वयं राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद कहा था कि भाजपा में ही यह संभव है कि एक पोस्टर लगाने वाले को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का मौका मिलता था। जहां तक मेरी बात है तो मैने स्वयं 1984 में बूथ एजेंट के रूप में युवा मोर्चा से राजनीति शुरू की थी।