सरकारी स्कूलों में लगेगें शिक्षकों की फोटो

सरकारी स्कूलों में लगेगें शिक्षकों की फोटो

भोपाल। प्रदेश में फर्जी शिक्षकों को लेकर अब स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला लिया है। सरकारी स्कूल में पदस्थ सभी शिक्षकों की स्कूलों में फोटो लगेगी, ताकि फर्जीवाड़े को रोका जा सके।
राज्य के नर्मदापुरम के एक स्कूल में भाड़े का शिक्षक रखे जाने का मामला सामने आने के बाद स्कूल शिक्षा विभाग ने सक्रियता दिखाई है। स्कूल शिक्षा विभाग ने अब राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के फोटो लगवाने का फैसला लिया है, ताकि इस तरह के फर्जीवाड़े को रोका जा सके। लोक शिक्षण संचलनालय ने इसे लेकर आदेश जारी किया है। जारी आदेश में  प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों की तस्वीर लगाई जाने की बात कही है।  प्रदेश के कई स्कूलों में पदस्थ शिक्षकों ने भाड़े पर शिक्षक रखे हुए थे। इस तरह के मामले लगातार सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है। ऐसे में तत्काल प्रभाव से स्कूलों में शिक्षकों के फोटो लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। वहीं जिन शिक्षकों ने अपनी जगह पर भाड़े के टीचर्स रखे हुए थे, उन्हें भी तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के आदेश कई जिलों में जारी किए गए हैं।
नर्मदापुर के अलावा सागर में भी सामने आया है ऐसा मामला
सागर जिले के मझेरा गांव के सरकारी स्कूल में पदस्थ शिक्षक इंद्र विक्रम को महीने में 48 हजार रुपए का वेतन मिलता है, लेकिन उन्होंने अपनी जगह पर ममता अहिरवार को बच्चों को पढ़ाने के लिए लगा रखा था, इसके लिए वह ममता को  तीन हजार रुपए महीना दे रहे थे। इसी तरह नर्मदापुरम जिले के खोकसर प्राथमिक स्कूल में पदस्थ शिक्षक सुरेश अतुलकर की जगह पर प्राइवेट महिला टीचर संगीता सवेरिया बच्चों को पढ़ा रही थी, संगीता का तो यहां तक कहना था कि वह इसके लिए कोई पैसा भी नहीं ले रही है। इस तरह के और भी मामले सामने आए थे. ऐसे में अब स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की फोटो लगाने के आदेश जारी किए हैं।