असंतुष्ट भाजपाइयों, सिंधिया समर्थकों को निगम मंडल में दी जाएगी जगह
भोपाल | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की शनिवार को मुलाकात हुई है। सूत्रों की मानें तो इस मुलाकात में सिंधिया समर्थकों को सरकार में एडजस्ट करने पर सहमति बन गई है। अब शीघ्र ही निगम मंडलों में नियुक्तियों का दौर शुरू होगा। इसमें सिंधिया समर्थकों के साथ ही भाजपा में उपचुनाव के दौरान टिकट से वंचित और उपेक्षित रहे नेताओं और विधायकों को भी एडजस्ट किया जाएगा। उल्लेखनीय कि पिछले साल 20 मार्च को कमलनाथ द्वारा सीएम की कुर्सी छोड़ने के बाद ही प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी।
कांग्रेस सरकार के पतन में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया की महत्वपूर्ण भूमिका थी। यही नहीं कोरोना काल में भी सिंधिया का पूरा सपोर्ट रहा है। इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बीते दिनों उन्हें भोपाल आमंत्रित किया और दोपहर का भोज देकर उन सभी नेताओं का आभार जताया जिनकी बदौलत प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी थी। इसके पीछे का भाव परस्पर सम्मान और आभार जताने जैसा है। इस दौरान वहां पर सिंधिया समर्थक मंत्री तुलसी सिलावट, गोविंद सिंह राजपूत, डॉ. प्रभु राम चौधरी, महेंद्र सिंह सिसौदिया एवं उपचुनाव हारे गिर्राज दंडोतिया सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
सिंधिया के आने से मिल रहा सहयोग
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं जैसे पहले सरकार चलाता था अब भी चला रहा हूं और सिंधिया जी के आने से और सहयोग मिल रहा है। यहां अपना और तुपना नहीं है। भाजपा एक परिवार की तरह है और आगे भी बना रहेगा। सिंधिया जी उनके सहयोगी भाजपा में शक्कर की तरह घुल मिल गए है। उन्होंने कहा कि सिंधिया समेत कांग्रेस नेताओं के बीजेपी में आने की कुछ वजह है। एक साल में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार ने प्रदेश को बर्बाद कर दिया। भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया।
भाजपा में शक्कर की तरह घुल गए श्रीमंत
िंमुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद सिंधिया दूध में शक्कर की तरह भाजपा में घुल गए हैं। सरकार चलाने में उनका पूरा सहयोग मिल रहा है। इसी कड़ी में अब उनके समर्थकों को सरकार में एडजस्ट करने का प्लान तैयार किया गया है। हाल ही में सीएम निवास पर सिंधिया के लंच के दौरान यह तय हो गया कि जो श्रीमंत समर्थक उपचुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके उन्हें सत्ता की मुख्यधारा में जल्द स्थान दिया जाएगा।