कैथा सरपंच को कलेक्टर ने पद से किया पृथक

रीवा | कलेक्टर इलैया राजा टी ने जनपद पंचायत गंगेव अंतर्गत ग्राम पंचायत कैथा के सरपंच और सचिव के खिलाफ बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कलेक्टर ने आदेश जारी करते हुए कहा कि सरपंच-सचिव द्वारा कराए गए निर्माण कार्यों में 17 लाख 92 हजार 236 रुपए की राशि का दुरुपयोग किया गया है। जिसके कारण संत कुमार पटेल प्रधान प्रशासकीय समिति ग्राम पंचायत कैथा का पद में बने रहना लोकहित में नहीं है। कलेक्टर ने सरपंच संत कुमार पटेल को कार्य से पृथक कर दिया है और सचिव अच्छेलाल पटेल सहित  सरपंच पर 17 लाख 92 हजार 236 रुपए की रिकवरी के निर्देश जारी कर दिए हैं।

वित्तीय अनियमितता के दोषी पाए गए
जनपद पंचायत गंगेव अंतर्गत ग्राम पंचायत कैथा के सरपंच एवं प्रशासकीय समिति के प्रधान संत कुमार पटेल को पंचायती कार्यों में व्यापक वित्तीय अनियमितता भ्रष्टाचार का दोषी पाए जाने पर जिला कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने अपने 15 जनवरी के आदेश में पद से पृथक कर दिया है और आरआरसी जारी कर वसूली के लिए तहसीलदार मनगवां को आदेशित किया है।

तहसीलदार मनगवां को दी रिकवरी की जिम्मेदारी
बता दें कि कैथा सरपंच संत कुमार पटेल और सचिव अच्छेलाल पटेल के द्वारा पंचायती कार्यकाल के शुरूआत से ही पंचायती कार्यों में व्यापक अनियमितता और भ्रष्टाचार किए जा रहे थे। जिसकी शिकायत सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी के द्वारा की गई थी जिस पर जांचें हुई और तत्कालीन कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एके जैन के द्वारा लगभग 14 लाख रुपए की वसूली बनाई गई थी। इसके उपरांत भ्रष्टाचार का सिलसिला जारी रहा और पुन: एक अन्य जांच में अतिरिक्त कार्यों से संबंधित लगभग 9 लाख रुपए की वसूली तत्कालीन कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 2 डीएस आर्मो के द्वारा बनाई गई थी। इसके उपरांत सीईओ जिला पंचायत स्वप्निल वानखेड़े के द्वारा एक बार पुन: सचिव अच्छेलाल पटेल को निलंबित करते हुए सरपंच को पद से पृथक करने और धारा 40-92 की कार्यवाही की नोटिस जारी की गई थी।

जब मामला धारा 89 के तहत कलेक्टर न्यायालय में पहुंचा तो सरपंच संत कुमार पटेल के द्वारा पुन: कार्यों की जांच की मांग की गई जिस पर अभी हाल ही में दिसंबर 2020 में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 1 के कार्यपालन यंत्री आरएस धुर्वे के द्वारा जांच की गई जिसमें कुल 1792236 रुपए की वसूली बनाई गई। इसके बाद कार्यवाही करते हुए कलेक्टर ने 15 जनवरी 2021 को अपने आदेश में सरपंच संत कुमार पटेल को पद से पृथक करने के लिए आदेशित किया है और सरपंच सचिव प्रत्येक से 896118 रुपए राशि की वसूली करवाए जाने के लिए तहसीलदार मनगवां को लिखा है।

आरटीआई एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी ने वसूली और पद से पृथक करने के साथ-साथ दोषियों सरपंच संत कुमार पटेल और सचिव अच्छेलाल पटेल के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण पंजीबद्ध करने की मांग की है। कलेक्टर न्यायालय में अपने लिखित शिकायत में दिनांक 29 दिसंबर 2020 के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मनोज श्रीवास्तव के आदेश का हवाला देते हुए एक्टिविस्ट ने भारतीय वित्त संहिता के उल्लंघन, पंचायती राज अधिनियम के उल्लंघन और साथ में इंडियन पेनल कोड की धारा 409, 420 के तहत दोषी सरपंच सचिव के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध करने के लिए लिखा है।