शीतलहर की चपेट में आए धार, ग्वालियर और दतिया

भोपाल| छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र पर बने चक्रवात के कारण हवाओं का रुख बदलने लगा है। इस वजह से पश्चिमी मध्यप्रदेश में बादल छाने लगे हैं। जिसके चलते न्यूनतम तापमान में तो बढ़ोतरी हुई, लेकिन दिन के तापमान में गिरावट हुई। इसी क्रम में बुधवार को भोपाल, इंदौर, धार, उज्जैन, राजगढ़, खजुराहो, सागर, दमोह, गुना, नौगांव, खंडवा, रतलाम, शाजापुर शीतल दिन दर्ज किया गया। इनमें से भोपाल, इंदौर, धार, उज्जैन, राजगढ़ में तीव्र शीतल दिन रहा। उधर धार, ग्वालियर, दतिया में शीतलहर चली।

मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अभी दो दिन तक मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने के आसार हैं।  बुधवार को भोपाल में अधिकतम तापमान 18.0 डिग्री सेल्शियस दर्ज किया गया। यह सामान्य से सात डिग्री सेल्सियसकम रहा। 

न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस से.कम रहा, लेकिन मंगलवार के न्यूनतम तापमान (7.8 डिग्री सेल्सियस) के मुकाबले 2.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी जीडी मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में एक प्रेरित चक्रवात छत्तसीगढ़ और उसके आसपास बना हुआ है। 

अभी दो-तीन दिन ऐसे ही रहेंगे ठंड के तेवर 
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर भारत कड़ाके की ठंड की चपेट में है। वर्तमान में हवा का रुख उत्तरी बना हुआ है। पड़ोसी राज्य राजस्थान भी कड़ाके की ठंड की चपेट में है। इस वजह से राजस्थान से लगे मध्य प्रदेश के उत्तर-पश्चिमी इलाके में तापमान तेजी से नीचे गिर रहा है। मौजूदा स्थिति को देखते हुए एक जनवरी तक ठंड के तेवर इसी तरह तीखे बने रहने के आसार हैं। इससे बाद तापमान में कुछ बढ़ोतरी होने की संभावना है।र्

तीन के बाद हो सकती है बारिश 
तीन जनवरी के बाद मौसम का मिजाज फिर बिगड़ने के आसार भी बन रहे हैं। पूर्वी और पश्चिमी हवाओं के सम्मिलन (टकराव) के कारण भोपाल सहित प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में बारिश की संभावना है।