लोकसभा, राज्यसभा में बढ़ेगा बहनों का प्रतिनिधित्व
मुख्यमंत्री ने रक्षाबंधन उत्सव कार्यक्रम को संबोधित
भोपाल। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश में भी नारी कल्याण की अनेक योजनाएं संचालित हैं। समाज के साथ ही सरकार के स्तर पर विभिन्न स्थानों पर रक्षाबंधन उत्सव के सामुहिक आयोजन बहनों के सम्मान और सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे हैं। आने वाले समय में स्थानीय निकायों के साथ ही लोकसभा और राज्य सभा में भी बहनों का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज भोपाल जिले के हुजूर क्षेत्र में रक्षाबंधन उत्सव कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बहनों का सम्मान कर उनसे राखी भी बंधवाई और उपहार भी दिए। भारतीय संस्कृति में धन से अधिक मन का महत्व है। धन की अभिलाषा के साथ वर्ष में सिर्फ एक दिन दीपावली पर लक्ष्मी पूजन होता है, जबकि हम वर्ष भर अन्य देवी-देवताओं का मन से सम्मान करते हुए कई त्योहार मनाते हैं। रक्षाबंधन के बाद भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व जन्माष्टमी आ रहा है। लगभग पांच हजार वर्ष पहले भगवान श्री कृष्ण ने द्रौपदी को बहन बनाया और भाई-बहन के पावन संबंध के महत्व को स्थापित किया। हमारे प्रत्येक पर्व और त्यौहार का विशेष महत्व है। रक्षाबंधन उत्सव भी बहनों के प्रति सम्मान भाव व्यक्त करने का अवसर है, जो जन्माष्टमी पर्व तक निरंतर चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जन्माष्टमी पर्व मनाने का कुछ संस्कृति विरोधी लोग विरोध कर रहे हैं।
उद्योगों में भी देंगे बहनों को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित हो रही हैं। इनका उद्देश्य उद्योगों के माध्यम से भाई-बहनों को रोजागर उपलब्ध करवाना है। जबलपुर में पिछले महीने इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव हुई थी। आगामी 28 अगस्त को ग्वालियर में कॉन्क्लेव हो रही है। इसके बाद सागर और रीवा में भी ऐसी ही होने वाली हैं। टेक्सटाइल सहित कई तरह के उद्योगों में बहनों की सहभागिता को बढ़ाया जाएगा। बहनों के लिए रोजगार की दृष्टि से नई औद्योगिक इकाइयां उपयोगी होंगी, इनमें बहनों को प्राथमिकता दी जाएगी।